पूर्वी दिल्ली के मंडावली इलाके में मंगलवार दोपहर रेलवे पुल के नीचे दो हमलावरों ने बुजुर्ग महिला को चाकू से गोद दिया। बीच सड़क पर हुए हमले के बाद पहुंची पुलिस ने 72 वर्षीय सुधा गुप्ता को अस्पताल में भर्ती किया। जहां उनकी मौत हो गई। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस उपायुक्त अमरुथा गुगुलोथ ने बताया कि सुधा गुप्ता लक्ष्मी नगर के गुरु नानकपुरा इलाके में अकेले रहती थीं। उनके पति विजय पाल गुप्ता की मौत हो चुकी है। उनकी दो बेटी और तीन बेटे हैं। बेटियों की शादी हो गई है और बेटे भी अलग रहते हैं। मंगलवार दोपहर पुलिस को दो बार कॉल की गई थी। पहली बार में बताया गया कि एक बुजुर्ग महिला हादसे में घायल हुई है।
दूसरी बार उनकी मौत की सूचना अस्पताल से दी गई। पीसीआर मौके पर पहुंची और महिला को मेट्रो अस्पताल से मैक्स में लेकर गई। पुलिस को शुरुआती जांच में महिला के शरीर पर कई चोट के निशान मिले हैं। सुधा गुप्ता के सिर, कंधे और बाएं छाती पर चोटें आई हैं। जांच में सामने आया कि वारदात के समय वह अपने दो पहिया वाहन से मंडावली से एक मकान का किराया लेकर घर लौट रही थीं। इसी दौरान रेलवे पुल के नीचे दो लड़कों ने उन पर चाकू से हमला कर दिया। अभी हत्या के सही कारणों का पता नहीं चल सका है।
आरोपियों ने जिस जगह हत्या को अंजाम दिया, वह काफी भीड़भाड़ वाला इलाका है। पूरे दिन उस जगह से लोगों का आना-जाना लगा रहता है। रेलवे पुल के नीचे से ही मंडावली और प्रीत विहार-निर्माण विहार आने जाने के लिए लोग इस रास्ते का प्रयोग करते हैं। यहां दोपहर बाद से ही दुकानें और मंडी लगनी शुरू हो जाती है।
बावजूद इसके आरोपी वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए। राजधानी में बदमाशों का आतंक बेखौफ जारी है। आए दिन हत्याएं हो रही हैं। उधर, इस घटना को लेकर दिल्ली की राजनीति भी पूरा दिन गरमाई रही। एक पार्टी के नेता दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते रहे। वहीं, स्थानीय लोगों में भी घटना को लेकर डर दिखा।
महिला की बेटियों ने पुलिस को बताया कि मंडावली में उनके घर के सामने रेहड़ी वाला दुकान लगाता है। इसका वह लंबे समय से विरोध कर रही थीं। इसी विवाद के चलते रेहड़ी लगाने वाला उन्हें परेशान कर रहा था। उसने सुधा गुप्ता को जान से मारने की धमकी दी थी। पीड़ित परिवार का आरोप है की रेहड़ी वाले ने ही सुधा गुप्ता की हत्या करवाई है।