लखनऊ। मणिपुर में जारी हिंसा और दो महिलाओं के साथ हुई अमानवीयता पर सोशल मीडिया पर लोगों में जबरदस्त आक्रोश नजर आ रहा है। लोग इसके लिए केंद्र की भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सख्त कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं।
The horrific video of sexual assault of 2 women emanating from Manipur is condemnable and downright inhuman. Spoke to CM @NBirenSingh ji who has informed me that investigation is currently underway & assured that no effort will be spared to bring perpetrators to justice.
— Smriti Z Irani (Modi Ka Parivar) (@smritiirani) July 19, 2023
इस मामले में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने ट्वीट किया है और पूरी घटना को अमानवीय और शर्मसार करने वाला बताया है। केंद्रीय मंत्री के इस ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती के भतीजे आकाश आनंद ने नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री के ट्वीट को फॉर्मेलिटी करार दिया है और पूरी भाजपा सरकार को निशाने पर लिया है।
क्या @smritiirani जी, इतनी फ़ॉर्मलिटी कर के क्या फ़ायदा? दो महीने पहले की घटना है, आज तक आपकी पार्टी की डबल इंजन की सरकार कुछ नहीं कर पायी एक अरेस्ट तक नहीं हो पाया। शर्म करनी चाहिए मणिपुर के मुख्यमंत्री और आप सभी बीजेपी सरकारों के मंत्रियों को। अब जब वीडियो वायरल हुआ और जनता के… https://t.co/Fjbi3gA3Lm
— Akash Anand (@AnandAkash_BSP) July 20, 2023
उन्होंने केंद्रीय मंत्री के ट्वीट पर जवाब देते हुए कहा कि क्या स्मृति ईरानी जी, इतनी फ़ॉर्मलिटी कर के क्या फ़ायदा? दो महीने पहले की घटना है, आज तक आपकी पार्टी की डबल इंजन की सरकार कुछ नहीं कर पायी एक अरेस्ट तक नहीं हो पाया। शर्म करनी चाहिए मणिपुर के मुख्यमंत्री और आप सभी बीजेपी सरकारों के मंत्रियों को। अब जब वीडियो वायरल हुआ और जनता के बीच भद्द पिट रही है तो आप लोगों की ज़ुबान खुल रही है। अगर वीडियो सामने ना आता तो शायद आप लोगों की खामोशी ऐसे ही बरकरार रहती। इंतज़ार करिए जनता अब देख रही है।
बता दें कि स्मृति ईरानी ने घटना पर ट्वीट कर कहा था कि मणिपुर में दो महिलाओं के यौन उत्पीड़न की घटना निंदनीय और अमानवीय है। सीएम एन बीरेन सिंह से बात हुई जिसमें उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और भरोसा दिलाया कि अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा। पीड़ितों को न्याय दिया जाएगा।