लखनऊ। आर्यावर्त बैंक पूर्ण सरकारी स्वामित्व वाला क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक है, जो “भारतीय रिजर्व बैंक के अधिनियम 1934 के अधीन द्वितीय सूची” में सम्मिलित एक अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक है। आर्यावर्त बैंक में केंद्र सरकार, राज्य सरकार एवं बैंक ऑफ इंडिया की क्रमश : 50%, 15% एवं 35% हिस्सेदारी है।
वर्तमान मे आर्यावर्त बैंक अपने 22 क्षेत्रीय कार्यालयों, 1367 शाखाओं के माध्यम से उत्तर प्रदेश के 26 जिलों में निरंतर बैंकिंग सुविधाएं प्रदान करते हुए ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रो की बैंकिंग आवश्यकताओ को बखूबी पूर्ण कर रहा है। वर्तमान मे बैंक का कुल व्यवसाय मिश्रण रुपये 57,000 करोड़ से भी अधिक है।
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आर्यावर्त बैंक की समस्त शाखाएं कोर बैंकिंग सेवाओ, अत्याधुनिक प्रद्यौगिकी एवं 7600 से अधिक कुशल कर्मचारियो के द्वारा अपने सेवा क्षेत्र के लगभग 2.50 करोड़ खाताधारको को उत्पाद एवं सेवाओ की विस्तृत शृंखला व्यक्तिगत रूप से पहुंचा रहा है। आर्यावर्त बैंक को वर्ष 2021 मे नाबार्ड द्वारा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली देश की दूसरी ग्रामीण बैंक के रूप मे सम्मानित किया गया।
आर्यावर्त बैंक केंद्र सरकार व राज्य सरकार द्वारा संचालित ऐसी समस्त योजनाये, जो बैंक के माध्यम से लागू की जानी है, को मूल रूप में अपने खाता धारकों तक पहुंचा रहा है। साथ ही साथ बैंक, बैंकिंग से संबंधित समस्त प्रकार की जमा, बीमा एवं ऋण सुविधाओं को भी अपने खाता धारकों तक बहुत किफायती दर पर पहुंचा रहा है।
आर्यावर्त बैंक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के डिजिटल इंडिया के उद्देश्यों के पूर्ति हेतु सदैव तत्पर रहा है। इसी क्रम में बैंक के अध्यक्ष, संतोष एस ने 1 अगस्त को लखनऊ में आईएमपीएस (Immediate Payment Service-IMPS) सुविधा का शुभारंभ कर अपने खाताधारको को एक विशेष सौगात दी है।
बैंक के समस्त खाता धारक इस सुविधा का लाभ उठा सकते है। 15, अगस्त-2023 से बैंक में UPI (यूपीआई) सुविधा का प्रारम्भ होना भी प्रस्तावित है। इस अवसर पर बैंक के महाप्रबंधकगण, मुख्यप्रबंधकगण एवं प्रधान कार्यालय के स्टाफ सदस्य भी उपस्थित थे।