अयोध्या। राम नगरी अयोध्या में मां सरयू का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है। सरयू का जलस्तर खतरे के निशान से 21 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया है। सरयू ने स्नान घाट और श्मशान घाट को अपने आगोश में ले लिया है। सरयू में श्रद्धालुओं के स्नान पर रोक लगा दी गई है। सरयू में नौका विहार पर भी जिला प्रशासन ने रोक लगा दी है।
अयोध्या के आसपास के जिलों के लोग अंतिम संस्कार के लिए शव लेकर रामनगरी अयोध्या के श्मशान घाट पर आते हैं। लेकिन सरयू की जलधारा में श्मशान घाट भी डूब गए है। अंतिम संस्कार के लिए आने वाले लोगों के लिए भी बड़ी समस्या खड़ी हो गई है। बरहाल जिला प्रशासन ने सरयू के जलस्तर की बढ़ोतरी को देखते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित बैकुंठ धाम जिसका रिनोवेशन चल रहा है, उसको फिलहाल अंतिम संस्कार के लिए खोल दिया है।
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केंद्रीय जल आयोग के अभियंता अमन चौधरी ने बताया कि सरयू अभी अपने खतरे से 21 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है।नेपाल में भारी बारिश हो रही है। जहां से बैराज के जरिए पानी को छोड़ा जा रहा है। इसी वजह से नदी का जलस्तर बढ़ गया है। उन्होंने ने बताया कि उम्मीद जताई जा रही है कि अब कुछ पानी कम हो रहा है, लेकिन अभी कुछ कहा नहीं जा सकता कि कब तक पूरी तरह से शमशान घाट पर लोग जा सकेंगे।उन्होंने बताया कि लोगों को भी जागरूक किया जा रहा है कि नदी के आसपास न जाएं या बोर्ड पर भी जाने से बचें।
बता दें कि सरयू का जलस्तर बढ़ने से श्मशान घाट पानी में डूबे गया है। ऐसे में बाहर से शव लेकर आ रहे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। हाईवे पर स्थित बैकुंठ धाम का निर्माण हो रहा था। अब वहीं पर शव को जलाया जा रहा है।