प्रयागराज। उमेश पाल हत्याकांड का वांछित अपराधी 50 हज़ार का इनामी नफ़ीस बिरयानी को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस को ऐसी सूचना मिली थी कि नफ़ीस प्रयागराज के अपने खुल्दाबाद वाले घर पर आ रहा था।
प्रतापगढ़ और प्रयागराज के बॉर्डर के पास पुलिस ने चेकिंग लगाई तो नफ़ीस और उसके साथी ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी।पुलिस की ओर से की गई जवाबी फायरिंग में नफ़ीस के पैर में गोली लगी। पुलिस ने नफ़ीस को तो पकड़ लिया,लेकिन उसका साथी हाइवे से किनारे जंगल की तरफ भाग गया है। पुलिस उसकी साथी की तलाश में है।
नफीस बिरयानी पर 50 हजार का इनाम घोषित था। वह माफिया अतीक अहमद का बेहद करीबी बताया जाता है। पुलिस के मुताबिक देर रात चौकी आनापुर थाना नवाबगंज क्षेत्रांतर्गत बाइक सवार दो लोगों के चेकिंग के लिए पुलिस ने रोका, लेकिन इन दोनों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी।
पुलिस ने दोनों बदमाशों का पीछा किया। जवाबी कार्रवाई में नफीस के पैर में गोली लगी जबकि उसका साथी भाग निकला। नफीस को प्राथमिक उपचार के लिए हस्पताल ले जाया गया है।
बता दें कि बदमाशों ने बहुजन समाज पार्टी के विधायक रहे राजू पाल की हत्या के मामले में मुख्य गवाह उमेश पाल पर 24 फरवरी को गोलीबारी कर दी थी। उमेश पाल गाड़ी से निकलकर जब अपने घर की ओर भागे, तब बदमाशों ने उनको निशाना बनाकर बम भी फेंके थे। इस हमले में गंभीर रूप से घायल उमेश पाल और उनके दो गनर को आसपास के लोगों ने उपचार के लिए तत्काल स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल पहुंचाया था, जहां उपचार के दौरान तीनों की मौत हो गई थी।
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उमेश पाल हत्याकांड में कुख्यात माफिया अतीक अहमद का नाम सामने आया था।अतीक अहमद और अशरफ अहमद पर उमेश पाल की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगा था। उमेश पाल की हत्या के अगले उनकी पत्नी जया पाल ने अतीक अहमद, अशरफ अहमद, शाइस्ता, असद के साथ ही शूटर अरमान, गुलाम, गुड्डू मुस्लिम और साबिर के खिलाफ केस दर्ज कराया था। इनमें से अतीक और अशरफ समेत छह आरोपी मारे जा चुके हैं। शाइस्ता और गुड्डू मुस्लिम समेत तीन आरोपी अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं।