लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश प्रवक्ता सुरेन्द्रनाथ त्रिवेदी ने कहा कि प्रदेश की योगी सरकार आलू किसानों के लिए समर्थन मूल्य की घोषणा तो कर रही है लेकिन गन्ना किसानों के भुगतान के प्रति जागरूक नहीं है। विगत सत्र के बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान नहीं होना इसकी मुख्य वजह है, जबकि वर्तमान सत्र भी समाप्ति की ओर है। कुल मिलाकर अबतक लगभग 20 हजार करोड रूपया गन्ना मूल्य बकाया है और गन्ना किसान भुगतान की बांट जोह रहा है।
सरकार किसानों को लाॅलीपाप
रालोद प्रवक्ता ने कहा कि कोल्ड स्टोरेज में रखे गये आलू का किराया इतना अधिक हो चुका है कि आलू किसान यदि भुगतान करके आलू बाजार में बेचे तो उसकी कीमत वसूल नहीं हो पा रही है। वर्तमान समय में आलू का समर्थन मूल्य घोषित करके प्रदेश सरकार किसानों को एक बार फिर लाॅलीपाप दिखा रही है और हमेशा की तरह ही इसबार भी बिचैलिये ही फायदे में रहेंगे। अभी कुछ समय पहले धान का भी समर्थन मूल्य घोषित हुआ था परन्तु धान क्रय केन्द्र बहुत कम मात्रा में चालू हुए और अधिकांश पर कांटा ही नहीं लगा। बिचैलिये सक्रिय रहे और सरकारी मशीनरी के सामने किसानों का उत्पीडन होता रहा।
किसान, जयंत चैधरी की ओर आशा भरी निगाह
सुरेन्द्रनाथ त्रिवेदी ने कहा कि वर्ष 2014 से प्रदेश का किसान और नौजवान भाजपा के क्रियाकलापों से त्रस्त रहा है परन्तु भाजपा ने तीन राज्यों में सत्ता गवाने के बाद भी सबक नहीं लिया है और किसान और नौजवान को तरह तरह के लाॅलीपाप दिखा रही है। प्रदेश का किसान और नौजवान राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चैधरी की ओर आशा भरी निगाहों से देख रहा है और यह भी निश्चित है कि राष्ट्रीय लोकदल के द्वारा ही प्रदेश खुशहाली की ओर बढेगा।