पाकिस्तान की संघीय सरकार ने रविवार को पीओके में अर्धसैनिक बल ‘फ्रंटियर कांस्टेबुलरी’ की तैनाती को मंजूरी दी। पिछले महीने पीओके में भारी विरोध प्रदर्शन हुए थे। जिसमें कई लोग मारे गए थे।रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में अर्धसैनिक बल की टुकड़ियां तीन महीने के लिए तैनात की जाएंगी। फ्रंटियर कांस्टेबुलरी को तैनात करने का फैसला तब किया गया है, जब एक दिन पहले पाकिस्तान ने आतंकवाद के खिलाफ एक बड़ा नया अभियान शुरू करने का एलान किया।
पिछले महीने महंगाई औऱ बिजली की बढ़ी हुई कीमतों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुए थे। इन प्रदर्शनों का नेतृत्व जम्मू-कश्मीर ज्वाइंट अवामी एक्शन कमेटी (जेएएसी) ने किया। अधिकांश हिस्सों में प्रदर्शन करने वालों में व्यापारी सबसे आगे थे।
फ्रंटियर कांस्टेबुलरी की छह टुकड़ियां तीन महीने के लिए क्षेत्र में तैनात की जाएंगी और पुलिस की मदद के अलावा नीलम-झेलम, मंगला और गुलपुर पनबिजली परियोजनाओं के लिए पुख्ता सुरक्षा प्रदान करेंगी।
पीओके में मई के मध्य में चार दिवसीय विरोध प्रदर्शन के दौरान एक पुलिसकर्मी सहित कई लोगों की मौत हो गई थी और दर्जनों घायल हो गए थे। प्रदर्शनकारी क्षेत्र में पनबिजली उत्पादन लागत के अनुसार बिजली की व्यवस्था, सब्सिडी वाले गेहूं की आटे और कुलीन वर्ग के विशेषाधिकारों को समाप्त करने की मांग कर रहे थे।
प्रदर्शन और बिगड़ती कानून-व्यवस्था की स्थिति के कारण पीओके सरकार को स्थिति नियंत्रण में करने के लिए पाकिस्तान रेजंर्स को बुलाना पड़ा था।पाकिस्तान ने शनिवार को देश से आतंकवाद को खत्म करने के लिए ऑपरेश अज्म-ए-इस्तेहकाम अभियान का एलान किया। ह फैसला राष्ट्रीय कार्य योजना (एनएपी) की शीर्ष समिति में लिया गया।