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कृषि एवं ग्रामीण विकास संगोष्ठी में कृषि को उद्देश्यपरक बनाने पर जोर

दुदही, कुशीनगर, (मुन्ना राय)। कृषि (Agriculture) को केवल आय का माध्यम बनाने की जगह उसे उद्देश्य परक बनाना होगा। इसके लिए जागरूकता तथा शिक्षा की आवश्यकता है। यह भविष्य के लिए आवश्यक है। उक्त बाते डॉ सिराज वजीह (Dr Siraj Wajeeh) पूर्व प्राचार्य महात्मा गांधी स्नाकोत्तर महाविद्यालय गोरखपुर (Mahatma Gandhi Post Graduate College, Gorakhpur) ने कही।

डॉ सिराज वजीह दुदही बाजार में पृथ्वीपुर अभ्युदय समिति की ओर से आयोजित कृषि एवं ग्रामीण विकास की चुनौतियां विषयक विकास गोष्ठी को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे हे। विशिष्ट अतिथि अलका त्रिपाठी लखनऊ ने कहा कि लक्ष्य निर्धारित करते हुए उसके सापेक्ष कर्म ही सफलता सुनिश्चित करती है।

इसी तरह प्रो राणा प्रताप सिंह ने समिति के उद्देश्य तथा भविष्य की योजनाओं के बारे में बताया। इस मौके पर पूर्व जज राजिंन्दन राय ने कार्यक्रम की महत्ता, शम्भू राय ने कृषि की जीवन में उपयोगिता, हरगोविंद मिश्रा ने पशुपालन तथा अनिता राय ने केले की खेती से बनने वाले विभिन्न उत्पाद उनकी वैज्ञानिक उपयोगिता पर अपने विचार रखे। इसके अलावा राधेश्याम शुक्ला, अभिमन्यु प्रसाद, अरूणेंद्र राय और प्रहलाद केशरी ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया। देवरिया से आई अंजली अरोरा ने ग़ज़ल सुनाया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान के पूर्व निदेशक मथुरा राय ने कृषि को आधुनिक बनाने और पढ़े लिखे लोगो को खेती से जुड़ने का आग्रह किया। कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में बेहतरीन कार्य करने वाले लोगों को सम्मानित किया गया।

ई. विनय कुमार त्रिपाठी, सेवानिवृत अधिशासी अभियंता को उनकी दूरदर्शी, समर्पित एवं सहभागी जीवनशैली के लिए संस्था के षष्टम “राजदेव सिंह स्मृति दूरदर्शिता सम्मान, प्रोफेसर (शैल पाण्डेय, पूर्व प्राचार्य, दयानंद एंग्लो वैदिक डी ए वीं स्नातकोत्तर महाविद्यालय, गोरखपुर को विज्ञान, शोध एवं शिक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए संस्था के षष्टम “मौलश्री देवी गंगा गौरवी सम्मान, सुरेन्द्र सिंह, ग्राम मठियां माफ़ी (डकही), दुदही, कुशीनगर को ग्रामीण शिक्षा में महत्वपूर्ण योगदान एवं अन्य सामाजिक कामों में सक्रीय भागीदारी तथा नेतृत्व प्रदान करने के लिए संस्था के षष्टम “विक्रम सिंह कर्मठता सम्मान प्रदान किया गया।

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इसी तरह आसमा परवीन को जनकल्याण एवं स्वच्छता-शिक्षा के लिए संस्था के षष्टम “पृथ्वीपुर तेजस्विता सम्मान, रजनीश राय को ग्रामीण सामाजिक सरोकार, नवाचार एवं समावेशी पत्रकारिता के विश्वसनीय समाचारों के लिए संस्था के चतुर्थ “ग्रामीण पत्रकारिता सम्मान, राम प्रसाद यादव को विज्ञान शिक्षण के लिए संस्था के प्रथम “प्रोफेसर रवीन्द्र प्रताप राव विज्ञान सम्मान, अजीम आलम को मुसहर. बेटियों की पढाई में सहयोग एवं स्वास्थ्य प्रबंधन के लिए संस्था के द्वितीय “सतीश डालमिया स्मृति सम्मान दिया गया। इसके साथ ही बीस छात्र छात्राओं को तीन तीन हजार का भागीदारी फेलोशिप भी दिया गया।

अधिवेशन की अध्यक्षता डॉ मथुरा राय पूर्व निदेशक भारतीय सब्जी अनुसधान संस्था वाराणसी तथा संचालन डा भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय से सेवानिवृत्त प्रो राणा प्रताप सिंह ने किया। अधिवेशन में अविनाश चन्द्र जायसवाल (पत्रकार), उपेन्द्र प्रताप राय की भूमिका महत्वपूर्ण रही। आयोजक प्रो राणा प्रताप सिंह ने सभी अगन्तुको को आभार ज्ञापित किया।

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