कुशीनगर। कसया (Kasya) स्थित श्रीरामजानकी मंदिर (Shri Ram Janaki Temple located) में आयोजित दस दिवसीय श्रीराम महायज्ञ अयोध्या धाम से आये कलाकारों का श्रीरामलीला (Sri Ramleela) मंचन जारी है। बीती रात कलाकारों द्वारा श्रीराम वन गमन, श्रीराम केवट वार्तालाप, रावण द्वारा माता सीता के हरण की कथा का सजीव मंचन किया। वहीं नौवें दिन मंगलवार को दोपहर में वृंदावन से पधारे कथा वाचक अंकुश महाराज (Ankush Maharaj) ने श्रीराम कथा का रसपान कराया।
कथा वाचक अंकुश महाराज ने राम वन गमन के बाद भरत – कैकेयी वार्तालाप प्रसंग का वर्णन करते हुए कहा कि भरत जी साधु हैं। यदि कोई मां अपने बेटे के लिए राजगद्दी की व्यवस्था करे तो बेटा खुश होकर मां की पीठ थप थपायेगा। लेकिन भरत जी क्रोध से भर गये।
भारत ने मां कैकेयी से कहा कि वरदान मांगते समय तेरे हृदय में पीड़ा नही हुई। तेरी जीभ कट कर नही गिर गयी। तू सूर्य वंश में कुल्हाड़ी के समान है, जिसने सूर्य वंश के जड़ को ही काट दिया। राम वनवास हेतु स्वयं को दोष देते हुए भरत जी ने कहा कि यदि मैं पैदा न हुआ होता तो ये सब नही होता।
इस दौरान श्रीराम महायज्ञ का सम्पादन करा रहे आचार्य रामजी पांडेय ने यज्ञ की महिमा बताते हुए कहा कि यज्ञ से हमारा पर्यावरण पवित्र, शुद्ध एवं देवमय बन जाता है। यज्ञ मंडप में स्वाहा कर देवताओं को भोजन देने से मनुष्य को दुःख, दारिद्रय और कष्टों से छुटकारा मिलता है। रामजी पांडेय ने कहा कि वेदों में अग्नि ईश्वर के रूप में वंदनीय हैं। हमारे द्वारा दी जाने वाली आहुति को अग्नि देव अन्य देवताओं तक पहुंचाते हैं और देवगण प्रसन्न होकर उसके बदले कई गुना सुख, समृद्धि और अन्न, धन देते हैं।
कथा का प्रारंभ यजमान विधायक कुशीनगर पीएन पाठक द्वारा व्यास पीठ के पूजन से हुआ। इस दौरान अयोध्या धाम से पधारे संतो द्वारा अखंड श्रीसीताराम नाम संकीर्तन चलता रहा। यज्ञ मंडप की परिक्रमा हेतु प्रातः काल से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। महंत त्रिभुवन शरण दास व व्यवस्थापक देव नारायण शरण ने बताया कि आज बुधवार को कथा प्रातः 10 से 1 बजे तक चलेगी ततपश्चात महाप्रसाद के साथ पूर्णाहुति होगी।
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इस अवसर पर नपाप कुशीनगर की अध्यक्ष किरन जायसवाल, इंद्र कुमार मिश्र, अभिलाषा मिश्रा, मयंक मणि, आशुतोष शुक्ल, दिव्यांशु मिश्र, माल्या तिवारी, तेज प्रकाश तिवारी, राकेश जायसवाल, राजेश मद्देशिया, राजेश राव, अद्या पांडेय, चंद्र प्रभा पांडेय, ममता कश्यप, आलोक श्रीवास्तव, विपिन बिहारी श्रीवास्तव, रजनीश श्रीवास्तव, अभिषेक श्रीवास्तव, विंध्याचल श्रीवास्तव, मणि प्रकाश यादव, निशांत सिंह, शिवम राय, दिव्यांशु श्रीवास्तव, सुरेश तिवारी आदि उपस्थित रहे।