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अकादमिक परिषद की बैठक में Bhasha University ने क्रेडिट ट्रांसफर और ऑनलाइन शिक्षा के नए दिशा-निर्देशों को दी मंज़ूरी

लखनऊ। ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय (Khwaja Moinuddin Chishti Bhasha University) में आज अकादमिक परिषद की बैठक का आयोजन कुलपति प्रो जेपी पांडे की अध्यक्षता में किया गया। इस बैठक में विश्वविद्यालय की शैक्षणिक नीतियों में कई महत्वपूर्ण सुधारों को मंज़ूरी दी गई।

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अकादमिक परिषद की बैठक में Bhasha University ने क्रेडिट ट्रांसफर और ऑनलाइन शिक्षा के नए दिशा-निर्देशों को दी मंज़ूरी

बैठक की शुरुआत में कुलसचिव डॉ महेश कुमार ने सभी सदस्यों का स्वागत किया और एजेंडे के बिंदुओं से अवगत कराया। परिषद ने छात्रों के लिए क्रेडिट ट्रांसफर, ऑनलाइन पाठ्यक्रमों और शोध कार्य से संबंधित विभिन्न प्रस्तावों को स्वीकृति प्रदान की, जिनका उद्देश्य शिक्षा के क्षेत्र में नवीनता और लचीलापन लाना है।

बैठक में क्रेडिट ट्रांसफर और ऑनलाइन पाठ्यक्रम मोबिलिटी के दिशा-निर्देशों के कार्यान्वयन को स्वीकृति दी गई, जिससे छात्रों के लिए नामांकन की प्रक्रिया अधिक सुचारू और पारदर्शी होगी। विश्वविद्यालय ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) द्वारा निर्धारित SWAYAM के माध्यम से ऑनलाइन शिक्षण पाठ्यक्रमों के लिए क्रेडिट फ्रेमवर्क, 2021 को भी अपनाने का निर्णय लिया। इससे विद्यार्थी SWAYAM, NPTEL और अन्य मान्यता प्राप्त MOOCs प्लेटफार्मों के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे।

अकादमिक परिषद की बैठक में Bhasha University ने क्रेडिट ट्रांसफर और ऑनलाइन शिक्षा के नए दिशा-निर्देशों को दी मंज़ूरी

परिषद ने उत्तर प्रदेश उच्च शिक्षा विभाग के निर्देशों के अनुरूप ऑनलाइन पाठ्यक्रमों की मैपिंग और क्रेडिट ट्रांसफर नीति को लागू करने का प्रस्ताव भी पारित किया। विद्यार्थियों के लिए पंजीकरण और आवेदन पत्रों की प्रक्रिया को सरल बनाने हेतु परिषद ने SWAYAM नोडल अधिकारी द्वारा प्रस्तावित फॉर्मेट को मंज़ूरी दी, साथ ही ऑनलाइन पाठ्यक्रमों में नामांकन की अनुमति प्रक्रिया को औपचारिक बनाने के लिए एक नया अनुमति पत्र जारी करने का निर्णय लिया गया। परिषद ने ऑनलाइन पाठ्यक्रमों की गुणवत्ता और कार्यान्वयन पर निगरानी रखने के लिए SWAYAM सलाहकार समिति के गठन को भी स्वीकृति दी।

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इसके अतिरिक्त, पीएचडी समन्वयक प्रो एहतेशाम अहमद के प्रस्ताव पर परिषद ने पाँच शोधार्थियों को पीएचडी उपाधि प्रदान करने की घोषणा की। कुलपति प्रो जेपी पांडे ने परिषद के निर्णयों की सराहना करते हुए कहा कि ये पहल विश्वविद्यालय में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने और छात्रों को वैश्विक मानकों के अनुरूप शिक्षा प्रदान करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं। उन्होंने यह भी कहा कि विश्वविद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार और तकनीकी प्रगति के प्रति प्रतिबद्ध है।

बैठक में प्रो बलराज चौहान, प्रो एसपी शुक्ला, प्रो रज़ा अब्बास नैय्यर, प्रो हैदर अली, और प्रो एहतेशाम अहमद, प्रो शालिनी सहित कई वरिष्ठ शिक्षाविद् उपस्थित रहे।

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