लखनऊ। यूजीसी मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र (UGC Malaviya Mission Teacher Training Centre), लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University) में ‘एनईपी-2020 में भाषा और साहित्य’ (Language and Literature in NEP-2020) विषय पर एक लघु अवधि पाठ्यक्रम (STC) NEP उन्मुखीकरण एवं जागरूकता कार्यक्रम (Orientation and Awareness Program) आयोजित किया जा रहा है। यह कार्यक्रम आगामी 17 मार्च से 25 मार्च तक चलेगा।
इस पहल का उद्देश्य शिक्षकों, शोधकर्ताओं और विद्वानों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 की गहरी समझ प्रदान करना है, विशेष रूप से भाषा और साहित्य शिक्षा पर इसके प्रभाव को उजागर करना। इस कार्यक्रम में बहुभाषिक शिक्षा, क्षेत्रीय भाषाओं के समावेश और साहित्य तथा भाषा अध्ययन में नवीन शिक्षण पद्धतियों पर चर्चा की जाएगी।
कार्यक्रम का शुभारंभ लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो आलोक कुमार राय के निर्देशन में मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र के निदेशक प्रो. कमल कुमार द्वारा किया गया। उनके साथ प्रो आरपी सिंह (संयोजक), डॉ रुचि सिंह (सह-संयोजक), और प्रो ओंकार नाथ उपाध्याय (अध्यक्ष, अंग्रेज़ी एवं एमईएल विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय) भी उपस्थित रहे। इन विशेषज्ञों के विचारों ने शैक्षणिक सुधार, पाठ्यक्रम उन्नयन और भाषा एवं साहित्य अध्ययन के अंतःविषयक दृष्टिकोण पर गहन चर्चा की नींव रखी।
Lucknow University: आनलाइन एवं दूरस्थ शिक्षा केन्द्र में प्रवेश प्रक्रिया 17 मार्च से
कार्यक्रम में देशभर से लगभग 107 शिक्षाविद और शोधकर्ता भाग ले रहे हैं। उद्घाटन व्याख्यान प्रो निशी पांडे द्वारा दिया गया, जिसमें उन्होंने एनईपी-2020 के भाषा और साहित्य शिक्षा पर प्रभाव का व्यापक विश्लेषण प्रस्तुत किया। इसके बाद, एनआईटी तिरुचिरापल्ली के मानविकी एवं सामाजिक विज्ञान विभाग के प्रो सत्यराज वेंकटेशन ने अपने व्याख्यान में साहित्य और नीति क्रियान्वयन के अंतःविषयक पहलुओं पर प्रकाश डाला।
इस मौके पर कुलपति प्रो आलोक कुमार राय ने अपने संदेश में कहा कि आगामी दिनों में प्रतिष्ठित शिक्षाविद एवं नीति विशेषज्ञ विभिन्न सत्रों के माध्यम से एनईपी के प्रभावी कार्यान्वयन, शिक्षण पद्धतियों में नवाचार और भाषा नीति सुधारों पर विस्तृत चर्चा करेंगे। यह प्रशिक्षण शिक्षकों को अपने संस्थानों में एनईपी-2020 को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए आवश्यक उपकरण और ज्ञान प्रदान करने में सहायक होगा।