लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश प्रवक्ता सुरेन्द्रनाथ त्रिवेदी ने भाजपा और प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा गोवंश रक्षा का भ्रामक प्रचार किये जाने पर आश्चर्य व्यक्त करते हुये कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री गोवंश रक्षा की बात करते हैं और केन्द्र की भाजपा सरकार प्रतिवर्ष गोमांस के निर्यात से हजारों करोड रुपए कमाती है। इससे साबित होता है कि डबल इंजन की सरकार डबल चाल चलकर जनता को गुमराह कर रही है।
सरकार द्वारा स्थापित की गयी गौशालाओं में आज तक गाय और बछड़ों के लिए समुचित भरण पोषण की भी व्यवस्था नहीं की गयी। पूरे प्रदेश में हजारों पशु भूख से मर गये। आवारा पशुओं के द्वारा किसानों की खून पसीने से सीची गयी लहलहाती फसल नष्ट कर दी गयी परन्तु योगी जी के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी। अब आज ऐसे पशुओं के लिए पालन पोषण हेतु किसानों को 900 रूपये प्रतिमाह का लालच दे रहे हैं।
श्री त्रिवेदी ने कहा कि यदि योगी जी को गोवंश की रक्षा की जरा भी चिंता है तो केन्द्र सरकार को गोमांस के निर्यात पर रोक लगाने का प्रस्ताव अपनी प्रचण्ड बहुमत की विधान सभा से पास कराकर भेजे और केन्द्र सरकार उसे आम जनता की भावना समझकर स्वीकार करे और तत्काल रोक लगाये। यद्यपि यह प्रस्ताव केन्द्र सरकार किसी भी स्तर पर स्वीकार नहीं करेगी क्योंकि उसकी प्रतिवर्ष गोमांस के निर्यात से हजारों रूपये की आय होती है।
उन्होंने सूबे के मुखिया की भावना का सम्मान करते हुये कहा कि प्रदेश में गोवंश रक्षा आवश्यक है परन्तु उसके लिए केन्द्र सरकार से भी अनुरोध की आवश्यकता है नहीं तो प्रदेश सरकार का यह केवल दिखावा कहा जायेगा।
रालोद प्रदेश प्रवक्ता ने गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करने की मांग करते हुये कहा इस देश में अगर गंगा मैया का महत्वपूर्ण स्थान है तो गौमाता का भी है। सरकार को अपना दोहरा मापदण्ड अपनाने की प्रक्रिया छोडनी पडेगी और देश के किसानों की भावना का सम्मान करना पडेगा तभी देश सुखी और समृद्विशाली होगा।