साक्षी-अजितेश अब किसी भी दिन सब रजिस्ट्रार कार्यालय में अपनी विवाह रजिस्टर्ड कराने आ सकते हैं. इसकी तैयारियां प्रारम्भ हो गई हैं. माना जा रहा है कि उन्होंने रजिस्ट्रेशन के लिए ऑनलाइन आवेदन कर दिया है. विधायक की बेटी साक्षी को लेकर तीन जुलाई को वीर सावरकरनगर के रहने वाले अजितेश फरार हो गए थे. उन्होंने प्रयागराज के एक मंदिर में विवाह कर ली थी. इसके बाद युगल ने खुद को जान का खतरा बताते हुए सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल किए थे. सुरक्षा की मांग को लेकर उच्च न्यायालय में अपील की गई थी. उच्च न्यायालय ने केस की सुनवाई कर पुलिस को प्रेमी युगल को सुरक्षा मुहैया कराने का आदेश दिया था.
एसएसपी मुनिराज के आदेश पर इज्जतनगर थाने के एक दरोगा व दो सिपाही दिल्ली में अजितेश-साक्षी की सुरक्षा में तैनात हैं. अजितेश के दादा-दादी व बहन घर लौट आए हैं. उनके वीर सावरकरनगर स्थित घर पर भी पुलिस का पहरा है. घर लौटने के बाद भी अजितेश के परिवार वाले किसी से बात नहीं कर रहे हैं. वह अपने घर में ही कैद हैं.
दरअसल कॉलोनी के लोगों ने भी अजितेश का विरोध किया था. इस वजह से उनका पूरा परिवार दहशत में है. अजितेश के बैंक ऑफिसर पिता व टाइल्स का शोरूम चलाने वाले अभिषेक सिंह भी पत्नी के साथ बरेली आने की तैयारी में हैं. वह माहौल सामान्य होने का इंतजार कर रहे हैं. इस वजह से रिश्तेदारी में रहकर बरेली के दशा को भांप रहे हैं. उच्च न्यायालय ने साक्षी व अजितेश को दो महीने के अंदर अपनी विवाह रजिस्टर्ड कराने का आदेश दिया था. यदि वह विवाह रजिस्टर्ड नहीं कराते हैं तो उसे रद्द कर दिया जाएगा. इस वजह से औनलाइन आवेदन के साथ ही साक्षी व अजितेश जल्द बरेली आएंगे. सब रजिस्ट्रार कार्यालय में मौजूद होकर उन्हें अपनी विवाह पर मुहर लगवानी होगी.‘
साक्षी के पिता विधायक राजेश मिश्रा के साथ सुलह की प्रयास तेज
साक्षी के पिता विधायक राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल के साथ बैंक मैनेजर हरीश सिंह नायक ने सुलह की कोशिशें तेज कर दी हैं. उनका बोलना है कि प्रारम्भ से उनके पारिवारिक संबंध रहे हैं. बच्चों ने बगैर अनुमति के कदम उठा लिया है. लेकिन जब बच्चों ने कदम उठा लिया है तो उनका साथ देना महत्वपूर्ण है. विधायक व उनके परिवार वालों से वार्ता की जाएगी, जिससे सुलह का रास्ता निकल सके.