अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी दी है कि अगर वह 2020 में चुनाव हारे तो देश की अर्थव्यवस्था ध्वस्त हो जाएगी। उन्होंने कहा कि वे मतदाता जो उन्हें व्यक्तिगत रूप से नापसंद भी करते हैं, वे देश की तरक्की और बेरोजगारी दर घटाने के लिए उन्हें वोट दें।
ट्रंप को सता रही चिंता
सूत्र बताते हैं कि ट्रंप अमेरिकी अर्थव्यवस्था की दशा को लेकर खुद चिंतित हैं। उन्हें डर है कि चुनाव तक कहीं अमेरिका की आर्थिक स्थिति गड़बड़ा न जाए। दुनिया के वित्तीय बाजारों ने इसी सप्ताह अमेरिकी में मंदी का दौर शुरू होने के संकेत दिए हैं। इससे निवेशकों, कंपनियों और उपभोक्ताओं में बेचैनी देखी जा रही है। यह तब हो रहा है जब ट्रंप ने चीन के माल पर दंडात्मक शुल्क लगाया है।
अमेरिका में चुनाव पूर्व की मंदी राष्ट्रपति ट्रंप पर भारी पड़ सकती है। क्योंकि उन्होंने अर्थव्यवस्था को मजबूत करने का नारा देकर पहला चुनाव जीता था और दूसरे चुनाव के लिए भी वह जनता को यही सपना दिखाने वाले थे। नरमपंथी रिपब्लिकन और मध्यमार्गी विचारधारा के मतदाता ट्रंप के विकल्प पर विचार कर सकते हैं।
अब व्हाइट हाउस के सलाहकार ऐसे विकल्पों पर विचार कर रहे हैं जिससे ढलान पर आ रही अर्थव्यवस्था अपना रास्ता बदले। नई परिस्थितियों में ट्रंप मंदी की आशंका के लिए अन्य लोगों और संस्थाओं को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। ट्रंप के निशाने पर फेडरल रिजर्व भी है, जिस पर वह ब्याज दर कम करने के लिए दबाव बना रहे हैं जिससे बाजार में नकदी आ सके।