सेक्स के को लेकर दिलचस्पी स्त्रियों में भी उतनी ही होती है जितनी की पुरुष में होती है। ऐसे ही संभोग में एनल सेक्स यानी गुदा सेक्स लोकप्रिय हो रहा है। आज के समय में लोग एनल संभोग का मज़ा लेना चाहते हैं। उन्हें यह एक रोमांचक अनुभव लगता है। इसमें एनल यानी गुदा में लिंग डालकर सेक्स करने की प्रक्रिया को ही गुदा मैथुन यानि एनल संभोग कहते हैं।लेकिन जानकारी के लिए बता दें, अध्ययनों से पता चला है कि गुदा मैथुन के कारण पुरुष व महिलाएं दोनों ही मल असंयम (Incontinence) से ग्रसित हो सकते हैं। इसी के साथ जानें क्या कहता है शोध।
क्या कहता है शोध
शोधकर्ताओं के अनुसार राष्ट्रीय स्तर पर किये गए सर्वेक्षण में 6150 वयस्कों में से 5 फीसदी पुरुषों व 37 फीसदी स्त्रियों ने अपने ज़िंदगी में कम से कम 1 बार एनल सेक्स करने की प्रयास की। परंतु जिन लोगों ने इसे लगातार दोहराया उनमें कई गंभीर शारीरिक समस्याएं देखने में आईं। यानि एनल संभोग से आपको संभोग से जुड़ी कई कठिनाई हो सकती हैं जो खतरनाक भी हो सकती है।
गुदा फटने का जोखिम
सेक्स करने के लिए प्रकृतिक रूप से योनि सेक्स सबसे अच्छा है। क्योंकि प्रकृति ने इसे सेक्स करने के लिए ही बनाया है। क्योंकि गुदा स्वाभाविक रूप से चिकनाई उत्पन्न नहीं करता है।जिसके कारण गुदा मैथुन करते समय त्वचा में अधिक घर्षण होने से गुदा क्षेत्र की त्वचा छिल सकती है व आपको दर्द या चोट लग सकती है। इसलिए गुदा सेक्स करने के दौरान आपको सेक्सुअलाइजैडोस चिकनाई का उपयोग करना चाहिए। क्योंकि यह दर्द या चोट की किसी भी आसार को कम करने में मदद करती है। इस प्रकार की चिकनाई का उपयोग करने पर यह आपके गुदा के अस्तर के फटने की आसार कम हो जाती है।