अमेरिकी संसद में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की जांच की पहली जन सुनवाई बुधवार को शुरू हुई। इस असाधारण प्रक्रिया से तय होगा कि अमेरिका के 45 वें राष्ट्रपति को उनके पद से हटाया जाना चाहिए या नहीं। सदन की खुफिया समिति के डेमोक्रेटिक अध्यक्ष एडम स्किफ ने महाभियोग जांच के मूल सवालों को रेखांकित किया कि क्या राष्ट्रपति ने अपने निजी फायदे के लिए यूक्रेन के अधिकारियों पर दबाब बनाने को लेकर अपने पद का दुरूपयोग किया।
स्किफ ने कहा कि मामला जितना सामान्य है, उतना ही खौफनाक भी। उन्होंने कहा कि इन सवालों के हमारे जवाब से ना केवल राष्ट्रपति के भविष्य पर असर पड़ेगा, बल्कि राष्ट्रपति पद भी इसकी जद में आएंगे। यह भी पता चलेगा कि अमेरिकी लोग अपने ‘कमांडर इन चीफ’ से किस तरह के आचरण या दुराचरण की अपेक्षा करते हैं।
यह पहली बार होगा जब अमेरिका और बाकी दुनिया के लोग खुद यूक्रेन के बारे में ट्रंप की कार्रवाई के बारे में सुन और देख सकेंगे और जान पाएंगे कि महाभियोग लायक अपराध हैं या नहीं। कैपिटल हिल पर खचाखच भरे कमरे से सुनवाई का सीधा प्रसारण किया जा रहा है। दो राजनयिक – यूक्रेन में कार्यवाहक राजदूत विलियम टेलर और यूरोपीय तथा यूरेशिया मामलों के सहायक मंत्री जार्ज केन्ट सदन की खुफिया समिति के सामने गवाही देने वाले हैं।