महाराष्ट्र की राजनीति में रातोंरात बदले सियासी समीकरण के बाद शनिवार सुबह राज भवन में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री और एनसीपी नेता अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली. कांग्रेस और शिवसेना के साथ बातचीत कर रही एनसीपी ने बीजेपी का दामन थाम लिया और महाराष्ट्र में सरकार बना ली.
सूत्रों के मुताबिक बताया जा रहा है कि अजित पवार के साथ एनसीपी के 22 विधायकों ने बीजेपी का समर्थन किया है. इस बीच राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) नेता शरद पवार ने पल्ला झाड़ते हुए आजतक से खास बातचीत में कहा कि यह एनसीपी का फैसला नहीं है. वहीं प्रफुल्ल पटेल ने भी कहा कि शरद पवार का इस फैसले से कोई लेना-देना नहीं है.
बहरहाल बता दें कि शिवसेना के नेतृत्व में एनसीपी और कांग्रेस की सरकार का खाका तकरीबन तैयार हो चुका था और बतौर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नाम पर अनौपचारिक मुहर भी लग चुकी थी. वहीं सरकार निर्माण की बारीकियों पर आज यानी शनिवार दोपहर 12.30 बजे फिर से तीनों दलों में बातचीत होनी थी.
इस बीच अजित पवार के साथ एनसीपी के कई नेताओं ने बीजेपी को समर्थन देते हुए महाराष्ट्र में सरकार बना ली. सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस ने कहा कि एनसीपी से क्या उम्मीद की जा सकती है, ये पीठ में छुरा घोंपने जैसा है. वहीं NCP नेता नवाब मलिक ने कहा है कि पार्टी अध्यक्ष शरद पवार महाराष्ट्र में शनिवार को गठित हुई नई सरकार से नाखुश हैं.