इस बार के आम बजट में वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने एक बड़ी घोषणा की है। जिसमें विद्यार्थियों को पढ़ाई करने में बड़ी राहत मिली है। विदेशों की तर्ज पर वर्तमान शैक्षणिक सत्र से 7 विश्वविद्यालयों में पहली बार ऑनलाइन डिग्री कोर्स शुरू हो रहा है। इसके दाखिले 2020 सत्र से ही शुरू होंगे।
सरकार ने इग्नू, एमिटी नोएडा, मणिपाल अकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन, भारती विद्यापीठ पुणे, जेएसएस एकेडमी मैसूर, डॉ. डीवाई पाटिल विद्यापीठ पुणे और शनमुगा यूनिवर्सिटी तंजावुर को ऑनलाइन डिग्री प्रोग्राम शुरू करने की अनुमति दी है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यूजीसी (ऑनलाइन कोर्स और प्रोग्राम) रेगुलेशन-2018 के तहत इन सात विश्वविद्यालयों को ऑनलाइन पढ़ाई करानी होगी। दाखिले, फीस सहित सभी शर्तों का पालन करना होगा।
ऑनलाइन पढ़ाई उन्हीं विषयों में करा सकेंगे, जिनमें प्रैक्टिकल नहीं होता है। लैब आधारित विषयों जैसे आर्किटेक्चर, इंजीनियरिंग, मेडिकल, डेंटल, फार्मेसी आदि कोर्स को इसमें शामिल नहीं किया गया है।
सरकार ने जिन ऑनालइन कोर्स को मंजूरी दी है, उनमें एमबीए (हॉस्पिटल एडिमिनस्ट्रेशन), बीबीए, बीसीए, बीए, बीए (टूरिज्म एडमिनिस्ट्रेशन), बीए (जर्नलिज्म एंड मॉस कम्यूनिकेशन), बीकॉम, एमकॉम शामिल हैं। इसके अलावा हॉस्पिटल एंड हेल्थकेयर मैनेजमेंट सर्टिफिकेट प्रोग्राम, संस्कृत में डिप्लोमा, टूरिज्म स्टडीज, रशियन, अरेबिक में सर्टिफिकेट के अलावा अन्य कई कोर्स शामिल हैं।
ऑनलाइन माध्यम से छात्र पढ़ाई घर बैठे कर सकेंगे। उन्हें पाठ्य सामग्री, ऑडियो-वीडियो लेक्चर, सलाहकार मुहैया कराए जाएंगे। ऑनलाइन डिग्री का पाठ्यक्रम सामान्य डिग्री प्रोग्राम जैसा ही होगा, लेकिन परीक्षा विश्वविद्यालय द्वारा बनाए गए केंद्र पर कंप्यूटर आधारित होगी।