लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज 19 दिसम्बर 2019 को नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में हुए प्रदर्शन के दौरान पुलिस की गोली से मारे गए जनाब वकील अहमद के सज्जाद बाग कालोनी, हुसैनाबाद लखनऊ स्थित आवास पर पहुंचकर मृतक के शोकाकुल परिवारीजनों से भेंट की और उन्हें सांत्वना दी। इस दौरान उनके साथ राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी भी मौजूद रहे।
श्री यादव ने कहा कि वे दुःखी परिवार के साथ हैं और आगे भी उनकी मदद में रहेंगे। उन्होंने समाजवादी पार्टी की तरफ से पीड़ित परिवार को 5 लाख रूपये की मदद दी और घोषणा की कि उत्तर प्रदेश में सीएए के विरोध प्रदर्शन में मृतक आश्रितों को भी 5-5 लाख रूपए की मदद दी जाएगी।
श्री यादव ने कहा कि मृतक की पत्नी शबीना लखनऊ में रहती है जबकि पिता मूल निवासी तम्बौर, सीतापुर है। श्री यादव ने कहा मदद और आवास दोनों को ही मिलना चाहिए। परिवार के एक सदस्य को नौकरी के अलावा 25 लाख रूपए की आर्थिक सहायता दी जानी चाहिए।
अखिलेश यादव ने कहा जिसने बेटा खोया उसके दिल से दुःख पूछो! भाजपाई तो किसी के दुःख में शामिल नहीं होते। समाजवादी पार्टी की ओर से दूसरे जनपदों में भी हिंसा में मृतकों के परिवारीजनों से मिलेंगे और पीड़ित परिवारों एवं मृतक आश्रितों को 5 लाख रूपये की आर्थिक मदद दी जायेगी। समाजवादी अधिवक्ता सभा के माध्यम से गरीब एवं असहाय लोगों को कानूनी मदद दी जाएगी। उन्होंने कहा नागरिकता संशोधन कानून में ऐसा क्यों कर रही है कि सबको उसमें शामिल नहीं किया जा रहा है। भाजपा भेदभाव क्यों कर रही है? भाजपा लोगों को भड़का कर गुमराह करने की साजिश करना चाहती है।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा सरकार बहुत सी चीजें छुपाना चाहती है। 19 दिसम्बर 2019 की हिंसा में मृत लोगों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी नहीं दे रही है। सरकार संविधान की मूलभावना के खिलाफ काम कर रही हैं। जनता संविधान की रक्षा के लिए सड़क पर उतरी थी। उन्होंने कहा भाजपा जनता में भ्रम फैलाने के लिए और अपनी गलतियों को छुपाने के लिए कथित जन जागरण एवं जनसम्पर्क अभियान का नाटक रच रही है। भाजपा के नेता, मुख्यमंत्री जी क्या समझा रहे है? जनता समझदार है वह भाजपा के झांसे में नहीं आएगी। सब समझदार है।
अखिलेश यादव ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून जैसे संवेदनशील मुद्दों पर भाजपा सरकार ‘मिस्ड काल‘ जैसे गैरगम्भीर माध्यम का प्रयोग करके उपहास की पात्र बन गयी है। भाजपा विघटनकारी विषयों को उठाकर पुलिस पोस्टिंग जैसे भ्रष्टाचार तथा मंहगाई, बेरोजगारी के असल मुद्दों से ध्यान भटका रही है। भाजपा दरअसल ‘भटकाऊ जनता पार्टी‘ बन गई है। मृतक वकील अहमद के शोक संतप्त परिवार के साथ एमएलसी उदयवीर सिंह, सपा नेता मोहम्मद एबाद मो. यामीन खां एडवोकेट, नगर अध्यक्ष सुशील दीक्षित एवं रामसागर यादव ने भी संवेदना व्यक्त की।