समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को दावा किया कि 2022 में होने वाले उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की सरकार बनेगी. उन्होंने कहा कि किसान दंभी भाजपा सरकार को सड़क पर ले आएंगे और यह सरकार जाएगी तभी लोकतंत्र बचेगा. सपा मुख्यालय में मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री ने गोंडा से बसपा के लोकसभा प्रत्याशी रहे मसूद आलम, पूर्व विधायक रमेश गौतम और मशहूर शायर मुनव्वर राना की बेटी सुमैया राना समेत कई प्रमुख नेताओं को सपा में शामिल कराने के बाद संवाददाताओं से कहा, ”भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने अन्याय- अत्याचार की सीमा पार कर दी है. कोई भी आवाज़ उठाता है, तो उसकी आवाज़ दबाने का काम सरकार कर रही है. यह सरकार जाएगी तभी लोकतंत्र बचेगा.”
इसके पहले मंगवार को ही यादव ने ट्वीट किया, ”भाजपा सरकार ने किसानों द्वारा बातचीत के लिए प्रस्तावित दिन की जगह बातचीत की तारीख को आगे बढ़ाकर ये साबित कर दिया कि कड़ाके की ठंड में अपना जीवन न्यौछावर कर रहे किसान उनकी प्राथमिकता नहीं हैं. भाजपा लगातार किसानों का तिरस्कार कर रही है. किसान दंभी भाजपा को सड़क पर ले आएंगे.” यादव ने कहा, ”किसानों के साथ सरकार छल कर रही है. इतना झूठ और भ्रष्टाचार किसी सरकार में नहीं रहा है और यह सरकार किसी के साथ कुछ भी कर सकती है.”
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि समाजवादी पार्टी किसानों के आंदोलन में पूरी तरह से उनके साथ है. सरकार ने सबसे ज्यादा झूठे मुकदमे समाजवादी पार्टी के नेताओं पर लगाए हैं. उन्होंने आज फिर दोहराया कि सपा सभी को साथ लेकर चलेगी और छोटे दलों के लिए दरवाजा खुला रखेगी. यादव ने आरोप लगाया, ”भाजपा सरकार के फ़ैसलों से देश की अर्थव्यवस्था बर्बाद हो गई है और नोटबंदी तथा लॉकडाउन इसके उदाहरण हैं. ”
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन में पैदल अपने घर जाते समय 90 से अधिक मज़दूरों की मौत हो गई लेकिन सरकार ने किसी की मदद नहीं की. सपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया, ”भाजपा दूसरे दलों के नेताओं को तोड़ती है और उन्हें लड़ाती है, झगड़े कराती है और उसका फायदा उठाती है. पश्चिम बंगाल में भी यही कर रही है. उत्तरप्रदेश में भी विधानसभा चुनाव से पहले यही किया था.” उन्होंने पश्चिम बंगाल की जनता से भाजपा को हराने की अपील की.