चाचौड़ा तहसील के बीना गांव स्थित जलसा गार्डन में सात दिवसीय श्रीमद Bhagwat कथा का आयोजन समापन हुआ। इस मौके पर भक्तों का भारी जनसैलाब उमड़ा। समापन अवसर पर कथावाचक बाल विदुषी हर्षित किशोरी ने रुकमणी विवाह का प्रसंग की प्रेमरस धारा से लोगों के मन को मोह लिया। कथावाचक ने इस अवसर पर बताया कि पुत्र अपने माता-पिता और गुरु के ऋण से कभी उऋण नहीं हो सकता। स्वयं श्रीकृष्ण ने अपने माता-पिता से भी यही कहा है। जो पुत्र अपने माता-पिता की सेवा, आदर-सम्मान के साथ नहीं करता है। वह चाहे जो भी हो नरक को प्राप्त होता है।
Bhagwat, भक्ति रस के मधुर भजनों में भक्त आनंदित होकर झूम उठे
कथावाचक बाल विदुषी हर्षित किशोरी ने रुक्मणी विवाह का प्रसंग सुनाया। जिनके मधुर भजनों पर भक्त नृत्य करने को विवश हो गये। सात दिवसीय श्रीमद भागवत कथा में कथा निवेदक जगदीश सिंह मीणा ने प्रतिदिन आसपास के ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले श्रद्धालुओं को भोजन प्रसादी के लिए भंडारे का आयोजन किया। चाचौड़ा बीनागंज से आने जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए निशुल्क वाहन व्यवस्था की गई। श्रीमद् भागवत कथा में प्रतिदिन हजारों भक्तों ने श्रीमद् भागवत कथा का आनंद लिया।
सांसद और विधायकों ने भी भक्ति रस का लिया आनंद
सात दिवसीय श्रीमद भागवत कथा में दूर दराज से पधारे अतिथियों में राधौगढ़ विधायक जयवर्धन सिंह, पूर्व मंत्री बाला बच्चन ब्यावरा विधायक नारायण सिंह, पूर्व मंत्री शिवनारायण सिंह मीणा मीना, समाज प्रदेश अध्यक्ष लालाराम, पूर्व जनपद अध्यक्ष मर्दन सिंह मीणा, पूर्व मंडी अध्यक्ष हुकम सिंह मीणा के साथ रतन सिंह देवेंद्र सिंह मीणा पटौदी भारत वर्मा फूल सिंह मीणा भगवान सिंह मीणा सागर सिंह मीना रमेश चंद मीना राज्यसभा सांसद प्रतिनिधि डॉ संजय मीणा आदि जनप्रतिनिधि एवं प्रशासनिक अधिकारी कर्मचारियों ने भी हिस्सा लिया। सात दिवसीय श्रीमद भागवत कथा में बाहर से आए कलाकारों द्वारा भजनों के साथ रंगारंग झांकियां बनाकर प्रस्तुतियां दी गई।
रिपोर्ट—विष्णु शाक्यवार