दिल्ली सरकार द्वारा हाल ही में हटाए गए विशेष सचिव (सतर्कता) वाईवीवीजे राजशेखर (YVVJ Rajasekhar) ने आरोप लगाया कि सोमवार देर रात उनके कार्यालय के कमरे की ‘तलाशी’ ली गई। उन्होंने कहा- आबकारी नीति एवं मुख्यमंत्री के सरकारी आवास के जीर्णोद्धार से संबंधित फाइल या तो नष्ट कर दी गई या उनके साथ छेड़छाड़ हुई है।
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वहीं दिल्ली सरकार ने बयान जारी करके राजशेखर को भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारी करार दिया है। दिल्ली सरकार की मांग की है कि पहले यह जांच होनी चाहिए कि जिसके ऊपर भ्रष्टाचार आरोप हैं, उसे एलजी ने विजिलेंस (सतर्कता) में तैनात कैसे किया। सरकार के मुताबिक अलग-अलग शिकायतों के आधार पर ही राजशेखर को काम से हटाया गया था। उसके खिलाफ कई लोगों और अधिकारियों से शिकायतें मिली हैं।
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मालूम हो कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने एक बयान में राजशेखर को पूरी तरह से भ्रष्ट अधिकारी करार दिया है। दिल्ली सरकार ने 13 मई को उनसे काम छीने जाने के बावजूद कुछ फाइलें अपने पास रखने की उनकी मंशा पर सवाल उठाए।
बयान में यह भी कहा गया कि रात में उनके कार्यालय में किसी व्यक्ति के घुसने के आरोपों की जांच सरकार विस्तृत तौर पर करेगी ताकि पता लगाया जा सके कि घटना सत्य है या अधिकारी ने झूठ बोला है। यदि आरोप सही हुए तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
राजशेखर ने उपराज्यपाल कार्यालय, गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव और दिल्ली पुलिस के एक अतिरिक्त आयुक्त को एक रिपोर्ट भेजकर अपनी शिकायतों का विस्तृत ब्योरा दिया है।