अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने चीन के साथ बढ़ते तनाव को कम करने के मकसद से चीन की अपनी दो दिवसीय यात्रा के अंतिम दिन सोमवार को चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की।
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दोनों नेताओं के बीच बैठक होने की संभावना पहले ही जताई जा रही थी और इसे यात्रा की सफलता के लिए अहम समझा जा रहा था। इस बैठक से मात्र एक घंटे पहले अमेरिकी विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने इस संबंध में घोषणा की। यह बैठक ‘ग्रेट हॉल ऑफ द पीपल’ में हुई।
यदि यह बैठक नहीं होती तो यह वरिष्ठ स्तर पर संवाद को बहाल करने और बनाए रखने के प्रयास के लिए एक बड़ा झटका होता। ब्लिंकन और वरिष्ठ चीनी अधिकारियों के बीच पहले हुई बैठकों में दोनों पक्षों ने वार्ता की इच्छा व्यक्त की लेकिन उन्होंने अपने-अपने कड़े रुख से पीछे हटने की इच्छा नहीं दिखाई।
अमेरिका के एक अधिकारी ने बताया कि इससे पहले, ब्लिंकन ने सोमवार को चीन के शीर्ष राजनयिक वांग यी के साथ करीब तीन घंटे बैठक की। चीन के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि ब्लिंकन की यात्रा ऐसे समय में हुई है, जब ”चीन-अमेरिका संबंध एक महत्वपूर्ण मोड़ पर हैं और बातचीत या टकराव, सहयोग या संघर्ष के बीच चयन करना आवश्यक है” तथा उसने संबंधों के इस समय ”निम्न स्तर” पर होने के लिए ”चीन को लेकर अमेरिकी पक्ष की गलत धारणा को दोषी” ठहराया, जिसके कारण ”चीन के प्रति गलत नीतियां बनाई” गईं।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के पदभार ग्रहण करने के बाद से ब्लिंकन चीन की यात्रा करने वाले सर्वोच्च स्तर के पहले अमेरिकी अधिकारी हैं। वह पिछले पांच वर्ष में बीजिंग की यात्रा करने वाले पहले अमेरिकी विदेश मंत्री हैं। इससे वरिष्ठ अमेरिकी और चीनी अधिकारियों की यात्राओं का नया दौर शुरू होने की संभावना है। ऐसी संभावना है कि इसके बाद आगामी महीनों में शी और बाइडेन के बीच भी बैठक हो सकती है।