गदागंज/रायबरेली। गुरुवार की रात एक मुखबिर ने जब जिलाधिकारी को क्षेत्र में हो रही पेड़ो की कटान की सूचना दी तो उन्होने वन विभाग के आलाधिकारी को कड़ी फटकार लगायी तब कही वन विभाग हरकत में आया। साथ ही गदागंज पुलिस भी हाथ पैर चलाती नजर आयी। गंगा कटरी में आये दिन हरियाली पर आरा चलता रहता है। लेकिन क्षेत्र के वन विभाग व पुलिस की सांठ-गांठ से दिन ब दिन पेड़ काटे जा रहे हैं। क्षेत्र में धड़ल्ले से बिना परमिट के लकड़ी कटान कर रहे अवैध लकड़ी ठेकेदार क्षेत्र की हरियाली को उखाड़ने का मानो संकल्प लें लिया हो।
वन विभाग व पुलिस भी संलिप्त नजर आ रही है। थाना क्षेत्र गदागंज के जलालपुर धई में गुरुवार की रात रातों -रातो करीब 3 दर्जन से अधिक नीम के हरे पेड़ ठेकेदारों कटवा डाले और पूरी बाग ही उजाड़ दी । इससे साफ जाहिर है जिसमें वन विभाग व स्थानीय पुलिस भी मिली हुयी है अन्यथा इतनी भारी मात्रा में लकड़ी की कटान न होती। एक ओर प्रदेश की योगी सरकार वातावरण को शुद्ध रखने के लिए पेड़ पौधों को लगाये जाने की बात कर रही है।
वहीं क्षेत्र के लकड़ी कटान के ठेकेदार सरकार के आदेशों का पालन न करके खुलेआम धड़ल्ले से बिना परमिट के हरे पेड़ों की कटाई बेफिक्र होकर करा रहे हैं। ऐसा होता रहा तो एक दिन हरियाली पूरी तरह उजड़ जायेगी। आखिर जब जिम्मेदार ही इस तरह आंख बन्द किये रहेंगे तो कैसे हरियाली बच सकती है। इस सम्बंध में डी एफओ ने बताया सूचना मिली है कार्रवाई की जायेगी। गदागंज थाना प्रभारी हरीशंकर प्रजापति का कहना है कि जानकारी मिली है जांच करके कार्यवाही की जायेगी।
रिपोर्ट-दुर्गेश मिश्रा