ऐश बार्टी ने ऑस्ट्रेलियाई ओपन के रूप में अपना तीसरा ग्रैंडस्लैम जीतने के दो महीने के अंदर बुधवार को टेनिस से संन्यास ले लिया.बार्टी की उम्र केवल 25 वर्ष है और उन्होंने विश्व में नंबर एक स्थान पर रहते हुए यह फैसला करके सबको चौंका दिया.
ऐश बार्टी ने कहा, ”मैं बहुत खुश हूं और मैं इसके लिये पूरी तरह तैयार हूं. मैं इस समय सिर्फ अपने दिल की सुन रही हूं और मैं जानती हूं कि यह सही फैसला है.” बार्टी ने कहा अब ‘अन्य सपनों को साकार करने’ का समय आ गया है. उन्होंने कहा कि वह अब खुद को वह सब करने के लिये मजबूर महसूस नहीं करती जो उसकी नजर में टेनिस में सर्वश्रेष्ठ बनने के लिये जरूरी है.”
उन्होंने आगे कहा, ”मेरे अंदर वह शारीरिक ताकत, वह इच्छाशक्ति और वे सब चीजें नहीं हैं जो शीर्ष स्तर पर खुद को चुनौती देने के लिये आवश्यक होती हैं.” यह पहला अवसर नहीं है जबकि बार्टी ने इस तरह से टेनिस को छोड़ा.
बार्टी ने तीन अलग-अलग कोर्ट पर ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट जीते. उन्होंने 2019 में क्ले कोर्ट पर फ्रेंच ओपन, पिछले साल ग्रास कोर्ट पर विंबलडन और इस वर्ष हार्ड कोर्ट पर ऑस्ट्रेलियाई ओपन का खिताब जीता.
बार्टी ने जो पिछले 26 मैच खेले उनमें से 25 में जीत दर्ज की. वह नंबर एक रैंकिंग पर रहते हुए संन्यास लेने वाली दूसरी खिलाड़ी बन गयी हैं. उनसे पहले जस्टिन हेनिन ने मई 2008 में नंबर एक पर रहते हुए टेनिस को अलविदा कह दिया था.