अयोध्या सातों धामों में सबसे श्रेष्ठ माना जाता है। मथुरा, काशी, उज्जैन, कांची, द्वारिकाधाम, हरिद्वार अयोध्या धाम है। जिससे सबसे श्रेष्ठ धाम अयोध्या माना गया है। चौदह कोसी परिक्रमा करने से अनेकों धार्मिक मान्यता है।
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माना जाता है कि मानव जीवन में हुए पापों से मुक्ति मिल जाती है।चौदह कोसी परिक्रमा कहा जाता है। लगभग 42 किलोमीटर की परिधि में परिक्रमा की जाती है। अनेकों मठ मंदिर व सरयू घाटों से होकर परिक्रमा की जाती है।
शुभ मुहूर्त मंगलवार के प्रथम प्रहर में 2 बजकर 9 मिनट से प्रारंभ होकर मंगलवार अर्ध रात्रि 11 बजकर 38 तक चलेगी। लाखों की संख्या में श्रद्धालु नंगे पग पग चलेंगे। भगवान् श्री राम नाम का जप करते हुए एवं जयकारे के चलेंगे। बहुत ही कठिन होता है।
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चौदह कोसी परिक्रमा। लेकिन आस्था के आगे कठिनाई पीछे छूट जाती है। एक दूसरे को चलते देख श्रध्दालुओं में उमंग उत्साह से परिक्रमा पूरी हो जाती है। फिर सरयू सलिला में स्नान करते हैं।जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन परिक्रमा सकुशल सम्पन्न कराने के लिए परिक्रमा करने वाले श्रद्धालुओं के व्यवस्था की तैयारी पहले की रहती है।
स्वास्थ्य विभाग भी अपने अस्पतालों की व्यवस्था सुदृढ़ किये रहते हैं। स्वयंसेवकों द्वारा जगह खान पान की व्यवस्था की गई है। वहीं दवा आदि की व्यवस्था व्यापारी गण व धार्मिक विश्वास रखने वाले लोगों द्वारा व्यवस्था की गयी है। भाजपा नेता बाबूराम यादव ने बताया कि आज शाम भीखापुर में जिला महानगर अध्यक्ष कमलेश श्रीवास्तव के अगुवाई में सुंदरकांड का पाठ होगा।
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निवर्तमान भाजपा जिला अवधेश पांडेय बादल द्वारा निःशुल्क दवा कैंप का शुभारंभ करेंगे। परिक्रमा करने वाले श्रद्धालुओं को दवा वितरित की जायेगी। वहीं प्रतीक भज्जा ने बताया कि दवा कैंप उदया चौराहा के पास लगाया जायेगा। श्रद्धालुओं को निःशुल्क दवा वितरित किया जायेगा।
रिपोर्ट-जय प्रकाश सिंह