सताँव/रायबरेली। महिलाओं का सामाजिक सशक्तिकरण तब तक नहीं होगा, जब तक वह अपने कानूनी अधिकारों के प्रति जागरूक नहीं होंगी। समाज में उन्हे वास्तविक अधिकार दिलाने के लिए उन्हें सक्षम बनाना ही महिला सशक्तीकरण है। महिलायें समाज में किसी समस्या से, पुरुषों से बेहतर ढंग से निपट सकती है। उन्हे विकास की मुख्यधारा में शामिल करने के लिये भारत सरकार ने कई योजनाएं संचालित की हैं। यह विचार गुरुबख्शगंज की महिला थानाध्यक्ष सन्तोष कुमारी ने गुरुवार को ब्लाक क्षेत्र के कोन्सा गाँव स्थित श्री शीतल प्रसाद इन्टर कालेज में राष्ट्रीय मानवाधिकार एशोसिएसन द्वारा आयोजित ‘मिशन शक्ति’ कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किये। थानाध्यक्ष ने छात्राओं को, सरकार द्वारा महिलाओं के हक संरक्षण के लिए चलाई गई योजनाओं से अवगत कराया। थानाध्यक्ष ने छात्राओं को “वूमेन पॉवर लाईन 1090” और प्रत्येक थानें में सरकार द्वारा बनाई गई “महिला हेल्प डेस्क” के विषय में विस्तृत जानकारी दी।
महिला समाज को ताकतवर बनाने, उन्हे उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने और सामाजिक अपराधों से लड़ने की ताकत देने के मकसद से आयोजित इस कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये श्री शीतल प्रसाद इन्टर कालेज के प्रधानाचार्य राज कुमार पटेल ने कहा कि महिलाओं में उस शक्ति का प्रवाह होता है, जिससे वे अपने जीवन से जुड़े हर फैसले स्वयं ले सकती हैं। उन्होने कहा कि महिलाओं के बिना मनुष्य के जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। जब महिला समाज का सम्मान होगा, तभी वे समाज को खूबसूरत बना सकती हैं।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय मानवाधिकार एशोसिएसन के जिलाध्यक्ष अजय कुमार सिंह, सताँव ब्लाक अध्यक्ष सौरभ त्रिवेदी, ललित गुप्ता, अरविन्द त्रिवेदी, अमरेन्द्र शर्मा एव पवन मिश्रा ने भी विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम का सराहनीय संचालन प्रवेश बाजपेई ने किया। कार्यक्रम में विद्यालय की कक्षा नौ से बारह तक की छात्रायें एवम शिक्षक उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-दुर्गेश मिश्रा