भारतीय टीम के खिलाफ बांग्लादेश ने अपनी मेजबानी में ही 2 मैचों की टेस्ट सीरीज गंवा दी. बांग्लादेशी टीम शाकिब अल हसन की कप्तानी में मौजूदा टेस्ट सीरीज का एक भी मैच नहीं जीत सकी. शाकिब ने ढाका टेस्ट मैच के बाद सीरीज में हार पर चर्चा की. मेजबानों ने शेर-ए-बांग्ला क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए इस मैच में भारत को जीत के लिए 145 रनों का लक्ष्य दिया था. गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया और टीम इंडिया के 7 विकेट भी ले लिए थे लेकिन अंत में भारत ही विजयी रहा.
ढाका के शेर-ए-बांग्ला क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए सीरीज के दूसरे और अंतिम टेस्ट मैच में भारतीय टीम ने बांग्लादेश की पहली पारी 227 रन पर समेटी. भारत ने अपनी पहली पारी में 314 रन बनाए, फिर मेजबान दूसरी पारी में 231 रन पर ढेर हो गए. टीम इंडिया को जीत के लिए 145 रनों का लक्ष्य मिला जिसे उसने 7 विकेट खोकर हासिल किया. रविचंद्रन अश्विन (42*) और श्रेयस अय्यर (29*) ने उपयोगी योगदान दिया और 8वें विकेट के 71 रनों की अविजित साझेदारी की.
एक वक्त ऐसा लगने लगा था कि बांग्लादेश इस मुकाबले को आसानी से जीत जाएगा लेकिन उसे खराब फील्डिंग का खामियाजा भुगतना पड़ा. कप्तान शाकिब अल हसन ने मैच के बाद कहा, ‘कैच छोड़ना बेहद निराशाजनक है. दूसरी टीमें इस मौके से नहीं चूकती हैं लेकिन हम इसमें चूक रहे हैं. कैच छोड़ने ने मुकाबले में अंतर बढ़ा दिया. हम उन्हें पहली पारी में 314 रन के बजाय 250 पर ऑलआउट कर सकते थे. हमारे पास दूसरी पारी में मौका था लेकिन यह खेल का हिस्सा है,’
बांग्लादेश ने इस सीरीज में कई मौके गंवाए. टीम के खिलाड़ियों ने 3 कैच छोड़े और एक बार स्टंपिंग का मौका भी गंवाया. सबसे बड़ी चूक तब हो गई, जब मीरपुर टेस्ट मैच की दूसरी पारी में रविचंद्रन अश्विन का कैच छूट गया. अश्विन फिर अंत तक जमे रहे और जीत दिलाकर लौटे. मेहदी हसन मिराज की गेंद पर मोमिनुल हक ने अश्विन का एक आसान सा कैच छोड़ दिया था. अश्विन ने इस मुकाबले में 42 रनों की नाबाद पारी खेली. शाकिब ने कहा, ‘हमने टी20 वर्ल्ड कप में अच्छी फील्डिंग की. वनडे में भी अच्छा था लेकिन टेस्ट में हम ऐसा नहीं कर पाए.’