पश्चिम बंगाल में भी सुशासन का योगी मॉडल चर्चा में रहा है। इसके प्रति यहां के लोगों की जिज्ञाषा भी रही है। इसका कारण है कि पश्चिम बंगाल ने अब तक कांग्रेस कम्युनिस्ट व तृणमूल कांग्रेस का ही शासन देखा है। इन्होंने लगातार छह दशकों तक एक ही तर्ज पर शासन किया। सेक्युलर तन्त्र के नाम पर यहां तुष्टिकरण चलता रहा। विकास का माहौल ही नहीं बनाया गया। निवेशकों की पश्चिम बंगाल में कोई रुचि ही नहीं थी। वामपंथी कैडर ने अराजकता का माहौल बनाया था।
यही लोग पिछले दस वर्षों से तृणमूल कांग्रेस के साथ है। इसलिए वामपंथी कहीं के नहीं रह गए। योगी आदित्यनाथ ने दशकों से चल रही बंगाल की इस राजनीति पर प्रहार किया। वह विकास और सांस्कृतिक गौरव की बात करते है। पिछली सरकारों ने इन दोनों की घोर उपेक्षा की थी। योगी की इन बातों को बंगाल में खूब समर्थन मिल रहा है। बड़ी संख्या में लोग उनको सुनने पहुंच रहे है। अनेक क्षेत्र ऐसे भी है जहाँ नाथ सम्प्रदाय के लोग भी है। ये लोग गोरखपीठ से जुड़े हुए है। योगी आदित्यनाथ ने जलपाईगुरी की चुनाव सभा में इसका उल्लेख भी किया।
बंगाल के 60 यूपी के 4 साल
योगी आदित्यनाथ तथ्यों के आधार पर साठ बनाम चार साल की चर्चा करते है। वह कहते है कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने छह वर्ष पहले ही एक भारत श्रेष्ठ भारत अभियान शुरू कर दिया था। उत्तर प्रदेश की इसका लाभ विगत चार वर्षों में मिलना शुरू हुआ। क्योंकि इसके पहले की प्रदेश सरकार ने अपने राजनीतिक एजेंडे के चलते लोक कल्याण की योजनाओं का लाभ नहीं उठाया। योगी ने कहा कि विगत चार वर्ष में हमने उत्तर प्रदेश को बदल कर दिखाया है। इसका कारण डबल इंजन की सरकार है। चार सालों में चालीस लाख पीएम आवास दिए डेढ़ करोड़ से अधिक गरीबो को निशुल्क रसोई गैस सिलेंडर,चार लाख नौजवानों को सरकारी नौकरी,सोलह करोड़ लोगों को निशुल्क खाद्यन्न वितरण और डेढ़ करोड़ से अधिक रोजगार उपलब्ध कराए गए। बंगाल में भी ऐसा हो सकता था लेकिन टीएमसी के गुंडों ने केन्द्र के पैसे को जमकर लूटा, जिससे बंगाल विकास में पिछड़ गया।
लूट की भरपाई
योगी आदित्यनाथ ने बंगाल के लोगों से कहा कि टीएमसी की गुंडागर्दी से मुक्ति का यह अवसर है। सरकारी धन लूटने वाले टीएमसी के लोगों से दो मई के बाद वसूली की जाएगी। इन्होंने जिस तरह से लूटा है,वैसे ही उनसे वापस लाने का काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ममता दीदी की सहानुभूति न तो युवाओं से है और न ही किसानों से. बंगाल में सिर्फ किसानों का शोषण किया गया। चाय बागान के कर्मियों को अन्य जगह साढ़े तीन सौ रुपये मिलता है,जबकि बंगाल में ये दो सौ रुपये भी नहीं मिलते हैं। गोरखा समुदाय से दीदी ने कभी संवाद स्थापित नहीं किया। यही काम कांग्रेस और कम्युनिस्टों ने भी किया था। भाजपा इस कमी को दूर करेंगी। गोरखा समुदाय को सम्मान व सुविधा दी जाएगी।
डबल इंजन सरकार
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि डबल इंजन वाली सरकारों में विकास कार्यों की रफ्तार दोगुनी है। लेकिन दीदी को विकास से चिढ़ है। वह बंगाल का विकास नहीं बल्कि अराजकता को पसंद करती हैं। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यहां के गरीब परिवार केन्द्र की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिला। बल्कि टीएमसी के गुंडे सब हड़प कर रहे हैं। टीएमसी के गुंडे अवैध खनन और जंगलों कटान करा रहे हैं।
बंगाल को पहले कांग्रेस ने रौंदा,फिर कम्युनिस्टों ने इसे लूटा और अब दस साल से टीएमसी की गुंडागर्दी से बंगाल बेहाल हो गया है। उन्होंने कहा कि दुर्गा पूजा और सरस्वती पूजा से रोका जाता है। ममता दीदी को जय श्रीराम के नारे से चिढ़ है। राम तो हमारे आराध्य हैं,कोई हमें उनसे अलग नहीं कर सकता है। भगवान राम से चिढ़ रखने वाली टीएमसी सरकार की उलटी गिनती शुरू हो गई है। बंगाल के इस चुनाव से सत्ता ही नहीं व्यवस्था में भी परिवर्तन होगा। सोनार बांग्ला का सपने साकार किया जाएगा।