विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने शुक्रवार को भूटान के प्रधानमंत्री (पीएम) शेरिंग तोब्गे से मुलाकात की। इस दौरान पीएम तोब्गे ने कहा कि आपसी भरोसे से बंधे करीबी द्विपक्षीय संबंध जारी रहने चाहिए।
मिस्री अपने समकक्ष पेमा चोडेन के साथ भारत-भूटान विकास सहयोग वार्ता की सह-अध्यक्षता करने के लिए दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर शुक्रवार को यहां पहुंचे। विदेश सचिव का पदभार संभालने के बाद उनकी यह पहली आधिकारिक विदेश यात्रा है। मिस्री ने पीएम तोब्गे से मुलाकात की, जिन्होंने उनकी नियुक्ति पर उन्हें बधाई दी। तोब्गे ने कहा कि हमारे बीच द्विपक्षीय संबंधों के सभी पहलुओं पर चर्चा हुई।
तोब्गे ने एक्स पर लिखा, सम्मानित महसूस कर रहा कि विक्रम मिस्री ने भारत के विदेश सचिव के रूप में नियुक्ति के चार दिन बाद ही अपनी पहली विदेश यात्रा के रूप में भूटान का दौरान करने का फैसला किया है। मैंने उन्हें नियुक्ति पर बधाई दी और हमारी चर्चा में हमारे द्विपक्षीय संबंधों के सभी पहलुओं पर चर्चा हुई।
उन्होंने कहा, हमने भूटान और भारत के घनिष्ठ संबंधों पर चर्चा की और इस बात पर सहमत हुए कि आपसी भरोसे और लाभ पर आधारित हमारी साझेदारी अवश्य ही फलती-फूलती रहनी चाहिए। उन्होंने कहा, मैंने मजबूत समर्थन के लिए भारत सरकार और उनके लोगों का हार्दिक आभार जताया। उन्होंने 13वीं पंचवर्षीय योजना और आर्थिक प्रोत्साहन कार्यक्रम के लिए भारत की मदद का खासतौर पर जिक्र किया।
भूटान के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि विदेश सचिव चोडेन के निमंत्रण पर मिस्री भूटना की यात्रा कर रहे हैं। वह तीसरी भारत-भूटान विकास सहयोग वार्ता की सह-अध्यक्षता करेंगे। मिस्री की यात्रा से पहले भारत के विदेश मंत्रालय ने भी बयान जारी किया। इसमें कहा गया कि यात्रा के दौरान विदेश सचिव मिस्री भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक से मुलाकात करेंगे। वह विदेश मंत्री ल्योंपो डी एन धुंगयेल से भी मुलाकात करेंगे।