रवीना टंडन का मानना है कि एक महिला ही दूसरी महिला की सबसे बड़ी दुश्मन होती है। वही एक-दूसरे की बॉडी शेमिंग करती हैं और नीचा दिखाती हैं। एक रीसेंट इंटरव्यू में रवीना टंडन ने अपने इंडस्ट्री के अनुभव साझा किए।
रवीना ने बताया कि जब उन्होंने स्वीमिंग कॉस्ट्यूम पहनने से मना किया तो लोग उन्हें ऐरोगेंट कहने लगे। रेप सीन्स के लिए भी रवीना टंडन ने एक शर्त रखी थी कि उनके कपड़े अस्त-व्यस्त नहीं होंगे। उन्होंने बताया कि वह पहली ऐक्ट्रेस थीं जिसने ऐसी पॉलिसी बनाई।
बातचीत में रवीना टंडन ने बताया, मैं कई चीजों से अनफंफर्टेबल रहती थी। जैसे डांस स्टेप्स। अगर मैं किसी भी चीज से अनफम्फर्टेबल होती तो बोल देती कि सुनिए, मैं स्टेप नहीं करूंगी। मैं स्वीमिंग कॉस्ट्यूम नहीं पहनना चाहती थी। मैं किसिंग सीन्स नहीं करना चाहती थी। इसलिए मेरे फंडे थे। मैं अकेली ऐक्ट्रेस थी जिसके साथ कुछ रेप सीन्स हुए लेकिन ड्रेस नहीं फटी थी। मेरा ड्रेस फटेगा नहीं… तुम कर लो रेप सीन अगर करना है।
रवीना टंडन ने बॉलीवुड में बॉडीशेमिंग के बारे में बात की। उन्होंने बताया कि मेल ऐक्टर्स जो भी बोल देते थे वही आखिरी होता था। रवीना बोलती हैं कि महिलाएं ही उस वक्त महिला की सबसे बड़ी दुश्मन होती थीं। वे उन्हें नीचा दिखाने के लिए बॉडी शेमिंग करती थीं, चरित्र पर उंगली उठाती थीं। वह 90 के दशक की पत्रकारिता से भी त्रस्त थीं।