पूर्व मुख्यमंत्री गोगोई ने कहा कि, ‘भाजपा झारखंड, हरियाणा और महाराष्ट्र हार चुकी है. लोगों का विश्वास कम हो रहा है. वे सिर्फ भीड़ जुटाकर अपनी लोकप्रियता दिखाने का प्रयास कर रहे हैं.’ कोकराझार में आयोजित बोडो शांति समझौते का जश्न मनाने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी की सार्वजनिक बैठक पर अपनी राय रखते हुए उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने केवल एक ड्रामा किया.
गोगोई ने कहा कि, ‘असम की जनता मूर्ख नहीं, यह हम जानते हैं कि असम के प्रति उनकी सहानुभूति कितनी है. सहानुभूति नहीं यह सिर्फ मगरमच्छ के आंसू हैं. बीते दिन पीएम मोदी यह जताने का प्रयास कर रहे थे कि समझौते पर दस्तखत करने के बाद बोडोलैंड में शांति आ गई है. सब जानते हैं कि शांति का माहौल बोडोलैंड में तब आया था जब हमने 2003 में बोडो लिबरेशन टाइगर्स (BLT) के साथ करार पर दस्तखत किए थे और उसी वक़्त से वहां विकास शुरू हुआ था. अभी के समझौते पर केवल फ्रिंज समूहों के साथ साइन किए गए हैं.’
उन्होंने हाल में हुए बोडो शांति समझौते को कॉस्मेटिक समझौते करार देते हुए कहा कि प्रमुख समझौते पर 2003 में दस्तखत किए गए थे. इसके साथ ही गोगोई ने कहा कि, ‘हम लोग भी क्षेत्र में शांति चाहते हैं, संस्कृति, भाषा डेवेलोप करना चाहते हैं, मगर बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल (BTC) क्षेत्र के गैर-बोडो लोगों को इस समझौते से वंचित रखा गया है और उनकी शिकायतों को भी नजरअंदाज किया जा रहा है, जबकि गैर-बोडो लोग इस इलाके में बहुमत में हैं.’