लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कोविड की संभावित तीसरी लहर से पहले 10 साल से कम उम्र बच्चों के माता-पिता काे टीका लगवा देंगे, इससे बच्चों पर खतरा कम होगा। उन्होंने कहा कि इस माह के अंत तक दूसरी लहर खत्म होने की उम्मीद है और तीसरी लहर को रोकने के लिए प्रदेश में तैयारी तेज कर दी गई हैं। जिलों में दौरे करके चिकित्सा व्यवस्थाएं दुरुस्त कराई जा रही हैं। केंद्र सरकार के सहयोग से पूरे प्रदेश में 300 आक्सीजन प्लांट लग रहे हैं। मुख्यमंत्री आज सैफई स्थित उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई का निरीक्षण करने के बाद मीडिया से मुखातिब हुए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि यूपी में कोरोना संक्रमण के केस तेजी से कम हो रहे हैं। हमने सबसे ज्यादा टेस्ट किए हैं और प्रदेश की जनता को फ्री में वैक्सीन लगवाया जा रहा है। कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए केंद्र-राज्य मिलकर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोविड की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए इंतजाम तेजी से किए जा रहे हैं। हर जिले में 100-100 पीडियाट्रिक बेड के वार्ड की व्यवस्था की जा रही है ताकि बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।
भाजपा शासन में पहली बार मुख्यमंत्री योगी सैफई पहुँचे हैं। ऐसा माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शायद सैफई न आते, लेकिन यहां राज्य की बेहतरीन समझी जाने वाली मेडिकल यूनिवर्सिटी में कोरोना काल में बने 200 बेड के एल-3 कोविड अस्पताल में राज्य भर से कोरोना संक्रमित इलाज कराने के लिए आने के कारण वह आए हैं। मुख्यमंत्री खुद यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति भी हैं।
2005 में हुई थी आयुर्विज्ञान संस्थान के रूप में स्थापना
मुलायम के ड्रीम प्रोजेक्ट आयुर्विज्ञान संस्थान की स्थापना वर्ष 2005 में हुई थी। देश में ग्रामीण क्षेत्र में बना यह अत्याधुनिक चिकित्सा संस्थान था। वर्ष 2012 में अखिलेश यादव की सरकार बनने के बाद विस्तार हुआ। 2015 में इसे उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय का रूप दिया गया। यहां मेडिकल कॉलेज, पैरामेडिकल कॉलेज के साथ गंभीर रोगों से संबंधित आधुनिक उपचार की व्यवस्था है। आसपास के 15 जिलों के साथ मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा तक के मरीज इलाज के लिए आते हैं।