संवैधानिक बाध्यता के कारण उत्तर प्रदेश विधानमण्डल का सत्र आहूत करना अपरिहार्य था,जबकि कोरोना की बाध्यता के कारण अवधि को भी कम रखना था। इसलिये तीन दिन का समय रखा गया था। इसमें भी प्रथम दो दिन शोक प्रस्तावों के कारण सदन को स्थगित किया गया। फिर भी अंतिम तीसरे दिन विधानसभा में पर्याप्त कार्य हुआ। खासतौर पर सत्ता पक्ष ने इस अवधि का अधिकतम उपयोग किया। इसमें उसके दवर्स जहां सत्रह विधेयक पारित कराये गए,वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का महत्वपूर्ण सम्बोधन भी हुआ। सरकार जो सन्देश लोगों तक पहुंचना चाहती थी,उसमें उसे पर्याप्त सफलता मिली। योगी ने अयोध्या में श्रीराम मन्दिर निर्माण का प्रसंग उठाया। कहा कि इस अभूतपूर्व घटना को आने वाले समय के लिए और भी स्मरणीय बनाने बनाने हेतु अयोध्यापुरी के विकास की नई रूपरेखा तैयार की जा रही हैं। कोरोना संक्रमण के काल में महामारी पर अंकुश लगाने के प्रयास के साथ प्रदेश में विकास कार्य को भी गति दे रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में चल रहे विकास कार्यो का भी उल्लेख किया। कहा कि सड़कों के लिए एक व्यापक कार्ययोजना कार्य चल रहा हैं। पूर्वान्चल एक्सप्रेस वे बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस वे परियोजना तय समय सीमा में पूरी होगी। डिफेन्स काॅरिडोर का तेजी के साथ आगे बढ़ रहा है। मेरठ से प्रयागराज तक गंगा एक्सप्रेस वे का कार्य राज्य सरकार अपने स्तर पर करा रही है। भारत सरकार से मेरठ को हरिद्वार तक तथा प्रयागराज को काशी तक इस एक्सप्रेस वे से जोड़ने का अनुरोध किया है। इससे हरिद्वार से काशी तक एक बड़ा काॅरिडोर दे देंगे। यह विकास का एक बहुत बड़ा गलियारा बनेगा।औद्योगिक विकास विभाग ने इन एक्सप्रेस वेज़ को एक्सप्रेस वे तक सीमित नहीं रखा है। इसमें जगह जगह पर एमएसएमई,फूड प्रोसेसिंग तथा टेक्सटाइल आदि के अलग अलग औद्योगिक क्लस्टर बनेंगे।
ओडीओपीकी योजना से आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना साकार होगी। इसके उत्पादों की व्यापक पैमाने पर मार्केटिंग,ब्राण्डिंग तथा डिजाइनिंग के लिए एमएसएमई विभाग ने हर जनपद में सुविधा केन्द्र बनाने की अभिनव योजना प्रारम्भ की है। उत्तर प्रदेश विगत वर्ष जुलाई माह की तुलना में इस वर्ष जुलाई माह में राजस्व प्राप्ति में मात्र तीन प्रतिशत कम रहा है। प्रधानमंत्री ने बीस लाख करोड़ का पैकेज घोषित किया था। एमएसएमई विभाग ने दो लाख से अधिक यूनिट को दो हजार करोड़ रूपये से अधिक का ऋण वितरित किया था। उत्तर प्रदेश को अगले एक साल केअंदर पन्द्रह हजार करोड़ रूपये अपने एमएसएमई यूनिट को लोन के रूप में देना था,अब तक दस हजार करोड़ रूपये से अधिक का ऋण वितरित हो चूका है। स्ट्रीट वेंडर को दस हजार रुपये का लोन दिया जा रहा है। राशन कार्ड धारक को ई पाॅस मशीन द्वारा कहीं से भी राशन लेने की सुविधा दी गई।
योगी ने कोरोना आपदा के राहत कार्यो की भी विस्तृत जानकारी दी।उन्होंने आंकड़े प्रस्तुत किये। कहा कि उत्तर प्रदेश देश के अन्य राज्यों की तुलना में बेहतर है। प्रदेश की आबादी तेईस करोड़ से अधिक है। यहां करीब पौने दो लाख पाॅजिटिव केस हैं, अड़तीस हजार सक्रिय केस हैं,करीब सवा लाख उपचारित हुए हैं। करीब बयालीस लाख टेस्ट हुए हैं। जबकि दिल्ली की आबादी एक करोड़ अस्सी लाख,यह डेढ़ लाख से अधिक पाॅजिटिव केस हैं।करीब बत्तीस करोड़ आबादी वाले अमेरिका की कुल आबादी सत्तावन लाख पाॅजिटिव केस हैं। उत्तर प्रदेश के बराबर आबादी वाले ब्राजील में पैतीस लाख पाॅजिटिव केस हैं। उत्तर प्रदेश पहला राज्य है, जिसने अपने यहां के श्रमिकों,स्ट्रीट वेण्डर्स और गरीबों के लिए राहत की घोषणा की।
प्रदेश में चौतीस लाख से अधिक निर्माण श्रमिक, स्ट्रीट वेण्डर्स,पल्लेदार, कुली आदि सबको भरण पोषण भत्ता दिया। अठारह करोड लोगों को अप्रैल माह से लेकर अब तक लगातार महीने में दो दो बार खाद्यान्न उपलब्ध कराने का कार्य किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश पहला राज्य था जिसने किसानों को किसी भी समस्या से बाधित नहीं होने दिया। समय पर फसल की कटाई हुई, हार्वेस्टर पहुंचे,रीपर पहुंचाए गए। किसानों को कम्बाइन मशीन उपलब्ध कराने का कार्य किया। एक सौ उन्नीस चीनी मिलों और ढाई हजार कोल्ड स्टोरेज को पूरी सुरक्षा के साथ संचालित किया गया। लॉक डाउन के बाद दिल्ली बाॅर्डर पर उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने चार लाख उत्तर प्रदेश वासियों को और बिहार वासियों को सुरक्षित उनके गांव या क्वारण्टीन सेण्टर तक पहुॅंचाने का कार्य किया। हजारों विद्यार्थियों को दूसरे प्रदेशों व जनपदों से उनके घर पहुंचाया गया। स्पष्ट है कि योगी आदित्यनाथ ने मानसून सत्र का उचित उपयोग किया।