विश्व हृदय दिवस पर हेल्पिंग हार्ट्स फाउंडेशन की ओर से हास्य कवि सम्मेलन “लाफ़ट्रॉल” का आयोजन इंद्रा नगर में प्रख्यात कार्डियोलोजिस्ट डॉ. नकुल सिन्हा के आवास पर किया गया। ह्रदय जागरूकता के उद्देश्य से आयोजित इस कार्यक्रम में ज्योति किरण सिन्हा के संचालन में एक ऐसा कवि सम्मेलन आयोजित किया गया जिसमें श्रोता दिल खोलकर हंसे। इस कार्यक्रम में शह के हास्य कवियों ने दिल को लेकर ही हास्य कविताएं पढ़ीं।
कार्यक्रम का संचालन ज्योति किरण सिन्हा ने करते हुए बताया कि लाफ़ट्रोल वह टॉनिक है जो सिर्फ हास्य कवियों के पास है। जिसे लेते ही आपके दिल की उम्र बढ़ जाती है। कवि सम्मेलन में कवियों द्वारा पढ़ी गईं पंक्तियाँ-
यादों के हाइवे पे वो दौड़ा रही है मुझको, रुकने भी नहीं देती कि तेल भी भरा लूं।
वह है कि मेरे दिल से निकलते ही नहीं है, मैं सोचता हूं हार्ट ट्रांसप्लांट करा लूं।। -सूर्यकुमार पांडे
कैसे बने सहारा दिल, ब्लड पंपिंग से हारा दिल।
प्यार घटा है फैट बढ़ा है, कोलेस्ट्रोल का मारा दिल।।
हर दिल की यही कहानी है, एंजियोग्राफी करवानी है।
क्यों खाते हो पिज़्ज़ा बर्गर, जब दिल यह हिंदुस्तानी है।।
जाति धर्म सब अलग-अलग हैं,लेकिन एक हमारा दिल। -पंकज प्रसून
मर्ज से न होइए बेहाल, आइये हमारा भी है एक अस्पताल।
उसके रिसेप्शन पर ही मिल जाएगा उसको चैन।।
और सामने बोर्ड लगा होगा डॉ. स्माइलमैन। -सर्वेश अस्थाना
हमारे एक मित्र बोले, भाभी जी कैसी हैं। मैंने कहा जब लाए थे तब पिज़्ज़ा थी आजकल बर्गर हो गई हैं।। हमारी जिंदगी भी अब तो फास्ट फूड की तरह हो गई है। -अखिल आनंद
कितना मजेदार होता है यह एक तरफा प्यार
ई रिक्शे की तरह साउंडलेस आहिस्ता रफ्तार।
इसमे कोई रिस्क नहीं है कौन भला सोचेगा
कल्पनाओं के पंख किसी के कौन भला नोचेगा।
जब भी मन भर जाएगा आपका आ जाओ इस पार। -मुकुल महान