उत्तर प्रदेश की वर्तमान सरकार ने श्रमिक कल्याण की दिशा में अनेक प्रयास किये है। कोरोना की पहली लहर में चालीस लाख से अधिक प्रवासी श्रमिकों को उनके घर पहुंचाया गया था। श्रमिक रोजगार की सबसे बड़ी योजना भी संचालित की गई थी। तब देश में करीब अस्सी करोड़ गरीबों व श्रमिकों को छह माह तक राशन किट प्रदान की गई थी। कोरोना की दूसरी लहर में भी अगले दो महीने तक राशन उपलब्ध कराया जाएगा।
सामाजिक सुरक्षा : इसी क्रम में श्रमिक दिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दो योजनाएं घोषित की है। इससे प्रदेश के सभी श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा मिलेगी। इन योजनाओं में श्रमिकों की किसी दुर्घटना में मृत्यु अथवा किसी प्रकार के अंग भंग होने या दिव्यांगता आने पर दो लाख रुपए का सुरक्षा बीमा कवर तथा पांच लाख रुपए तक का स्वास्थ्य बीमा कवर शामिल हैं। श्रमिक दिवस पर योगी आदित्यनाथ ने वर्चुअल माध्यम से श्रमिकों व श्रमिक संगठनों के साथ संवाद किया। कोविड की दूसरी लहर के दौरान प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत निःशुल्क खाद्यान्न वितरण की व्यवस्था पांच मई से प्रारम्भ की जा रही है। पिछले वर्ष कोविड के दौरान प्रदेश में निःशुल्क खाद्यान्न व भरण-पोषण भत्ते से श्रमिक लाभान्वित हुए थे। चौवन लाख श्रमिकों भरण-पोषण भत्ता प्रदान किया गया था।
श्रमिक सेवायोजन
चालीस लाख से अधिक प्रवासी श्रमिकों को रोजगार तथा अन्य सुविधाएं प्रदान की गई थीं। श्रमिकों के लिए उत्तर प्रदेश कामगार और श्रमिक सेवायोजन एवं रोजगार आयोग का गठन किया गया,जो श्रमिकों के हितों को संरक्षित करने और उन्हें रोजगार प्रदान करने की दिशा में कार्य कर रहा है। इसके अलावा, श्रमिकों के हित लाभ के लिए निरन्तर योजनाएं संचालित की जा रही हैं।
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शिक्षा व अभ्युदय
श्रमिकों की पुत्रियों के विवाह हेतु उप्र भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड द्वारा संचालित कन्या विवाह सहायता योजना। के तहत उन्हें लाभान्वित किया जा रहा है। इसी प्रकार,पंजीकृत श्रमिकों व अनाथ बच्चों के लिए प्रदेश के अठारह मण्डलों में अटल आवासीय विद्यालय खोले जा रहे हैं, जिनमें उन्हें अत्याधुनिक शिक्षा और निःशुल्क आवासीय सुविधा उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि श्रमिकों के बच्चे आज विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में स्थान प्राप्त कर रहे हैं।
उन्हें मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के अन्तर्गत प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी हेतु निःशुल्क कोचिंग सुविधा उपलब्ध है। उप्र भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड द्वारा कोरोना काल में करीब चालीस लाख श्रमिकों को लाभान्वित करते हुए करीब सवा नौ सौ करोड़ रुपए का हितलाभ वितरण किया गया है।