संसद के मानसून सत्र में पारित हुए कृषि विधेयक को लेकर देशभर में आक्रोश का माहौल है. न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) गारंटी की मांग तथा कृषि मंडियों के बंद होने के विरोध में किसान लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. किसानों के इस प्रदर्शन में तमाम विपक्षी पार्टियां भी सड़कों पर उतरी हैं.
इसी क्रम में कांग्रेस ने भी किसानों के समर्थन में सरकार के खिलाफ अपना अभियान शुरू कर दिया है. ऐसे में आज कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार द्वारा किसानों पर किए जा रहे अत्याचार और शोषण के खिलाफ मिलकर आवाज़ उठाने की अपील की है.
राहुल गांधी ने शनिवार को वीडियो जारी कर #SpeakUpForFarmers कैम्पेन की शुरुआत की. इस दौरान उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे लोगों से सोशल मीडिया पर कांग्रेस के इस अभियान से जुड़ें और किसानों के प्रति अपने समर्थन को जताएं.
केंद्र की मोदी सरकार को निशाने पर लेते हुए राहुल ने कहा कि अलोकतांत्रिक तरीके से पारित यह कृषि बिल, हमारे किसानों पर हमला करने और अपने पूंजीवादी दोस्तों के लिए कृषि को एक अन्य राजस्व धारा में बदलने के प्रयास के अलावा कुछ नहीं हैं. ऐसे में जरूरी है कि लोग किसानों के साथ मजबूती से खड़े हों, जैसे कांग्रेस पार्टी खड़ी है. उन्होंने कहा कि समपन्न भारत की रीढ़ हैं ये किसान.
अपने वीडियो संदेश में राहुल ने कहा कि कृषि विधेयक के साथ बहुत सारे विषय हैं जिस पर सरकार को किसानों की समस्याओं को सुनना चाहिए लेकिन सरकार है कि उसे किसी की दिक्कत से कोई सरोकार नहीं है.
ऐसे में कांग्रेस का #SpeakUpForFarmers अभियान वो आवाज है, जो सुनिश्चित करेगा कि सरकार किसानों को सुने. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने इस नये कानून के जरिए किसानों को बड़ी कंपनियों की दया पर छोड़ दिया है, जिनका नौकरशाहों और अदालतों पर अनुचित प्रभाव रहता है. ऐसे में यदि किसी किसान का बड़ी कंपनी/संस्थान से टकराव हो जाता है, तो स्पष्ट है कि जीत किसकी होगी. हमें इसका भी ध्यान रखते हुए अपनी आवाज बुलंद करनी चाहिए.
इस वीडियो में कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर किसानों के खिलाफ कृषि विधेयकों को लाने और उनके अधिकारों पर हमला करने का आरोप लगाया है. वीडियो में कहा गया है कि जबसे भाजपा सरकार सत्ता में आई है तबसे किसानों को बर्बाद करने का काम किया है.
सत्ता में आने के बाद भाजपा किसानों की ज़मीन हड़पने का अध्यादेश लेकर आई थी. तब कांग्रेस पार्टी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी जी के नेतृत्व में किसानों को उनका हक वापस दिलवाया था. अब फिर से किसानों के हितों पर भाजपा सरकार ने वार किया है.
कांग्रेस पार्टी फिर एक बार किसानों की लड़ाई लड़ने को तैयार है. किसानों के लिए कांग्रेस पार्टी की मांग है कि किसानों के खिलाफ तीन खेती कानून वापस लिए जाएं. न्यूनतम समर्थन मूल्य और मंडी व्यवस्था खत्म न होने की गारंटी दी जाए.