पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की इससे ज्यादा बेइज्जती और नहीं हो सकती थी. संयुक्त राष्ट्र महासभा के 75वें सत्र में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने संबोधन में एक बार फिर जम्मू-कश्मीर का मुद्दा उठाया. पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र के मंच पर भारत के खिलाफ झूठ का अंबार खड़ा कर दिया, जिसके जवाब में भारतीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने इमरान खान के संबोधन का बहिष्कार कर दिया.
इसके बाद जवाब देने का अधिकार का इस्तेमाल करते हुए संयुक्त राष्ट्र में भारत के प्रथम सचिव मिजितो विनतो ने न सिर्फ पाकिस्तान के हर झूठ को बेनकाब किया, बल्कि साफ शब्दों में कहा कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है. इतना ही नहीं, भारत ने पाकिस्तान से पीओके पर अवैध कब्जा भी खाली करने को कहा. उन्होंने कहा कि यह वही देश (पाकिस्तान) है जो खूंखार आतंकवादियों को पेंशन देता है. हमने जिस नेता को आज इस सभा में सुना, ये वही नेता है जो अपनी संसद में ओसामा बिन लादेन जैसे आतंकवादी को शहीद के रूप में दर्जा दिलाता है.
जोरदार जवाब देते हुए मिजितो ने कहा कि ये वही नेता (इमरान खान) हैं, जिन्होंने 2019 में अमेरिका में सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया था कि उनके देश में अभी भी लगभग 30,000- 40,000 आतंकवादी हैं जिन्हें पाकिस्तान में प्रशिक्षित किया गया है.गौरतलब है कि पाकिस्तान जब अपनी बात किसी भी बड़ें मंचों पर रखता है उसे भारत के हाथों मुंह की खानी पड़ती है. इससे पहले संयुक्त राष्ट्र महासभा में इमरान खान ने बोलना शुरू किया, उधर भारत ने वॉकआउट कर दिया था. इस कड़ी में शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संयुक्त राष्ट्र में भाषण होना है. माना जा रहा है कि इसमें पाकिस्तान की रही-सही इज्जत भी उतर जाएगी.