राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने भातखण्डे संगीत संस्थान सम विश्वविद्यालय, लखनऊ के ग्यारहवें दीक्षान्त समारोह में होनहार विद्यार्थियों को उपाधि व पदक से अलंकृत किया। उन्होंने कहा कि दीक्षांत समारोह विद्यार्थियों को अपनी योग्यता श्रेष्ठता और संस्था के लिए अपनी उपलब्धियों के मूल्यांकन का अवसर प्रदान करता है।
उन्होंने आह्वान किया कि विश्वविद्यालय के बच्चे शास्त्रीय संगीत की शिक्षा लेकर प्रदेश ही नहीं अपितु देश विदेश में संगीत की अलख जगाने का कार्य करें। विद्यार्थियों को अपने क्षेत्र के साथ ही सामाजिक कार्यों में भी सहभागी होना चाहिए। आनन्दी बेन ने शिक्षा के क्षेत्र में महिलाओं के योगदान पर जोर दिया। कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ का अभियान चलाया है।
जिससे समाज में जागरूकता आयी। बालिकाओं को शिक्षा के साथ ही अपने स्वास्थ्य के प्रति भी जागरूक रहना चाहिए। शिक्षा में लगभग साठ प्रतिशत तथा आंगनबाड़ी में शत प्रतिशत महिलाएं काम कर रही हैं। सरकार शिक्षा स्वास्थ्य तथा आत्मनिर्भरता पर विशेष ध्यान दे रही है। प्रत्येक विद्यार्थी का दायित्व है कि वह आत्मनिर्भरता की ओर बढ़े। ऐसा करने से उनके पास अपना स्वयं का रोजगार होगा और दूसरे लोगों को भी रोजगार दे सकेंगे।
उन्होंने कुलपति को निर्देश दिया कि विश्वविद्यालय में शीर्ष प्राथमिकता के आधार पर संगीत की आनलाइन कक्षाएं चलायी जाएं। ताकि इसका लाभ अन्य विद्यालयों को भी मिल सके। गणतंत्र दिवस के अवसर पर भातखण्डे संगीत विश्वविद्यालय की तरफ से संगीत प्रतियोगिता का आयोजन किया जाना चाहिए, जिसमें विभिन्न विद्यालयों की सहभागिता हो। ऐसा करने से संगीत के क्षेत्र में रूचि रखने वाले विद्यार्थियों में प्रतियोगियों की भावना जागृत होगी। जिससे वह संगीत के क्षेत्र में आगे बढ़ेंगे।