विश्व एंटी डोपिंग एजेंसी (वाडा) ने कोरोना वायरस महामारी की बाधाओं के बीच निरंतर परीक्षण की सुविधा के लिए शुक्रवार को नए दिशा-निर्देश जारी किए। यह देखते हुए कि 6 मार्च के बाद से कोरोना वायरस का फैलाव और भी अधिक विकसित हो गया था।
वाडा ने एंटी डोपिंग संगठनों से आग्रह किया कि वे स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों पर लगाए गए प्रतिबंधों के हिसाब से काम करें। वाडा ने डोपिंग नियंत्रण कार्यक्रमों, खिलाड़ियों और अधिकारियों की सुरक्षा हेतु यह दिशा-निर्देश जारी किए हैं। विशेष रूप से इनका ध्यान 2020 टोक्यो ओलंपिक और पैरालंपिक खेलों के दौरान रखा जाएगा।
वाडा ने कहा, ‘यदि परीक्षण संग्रह कर्मियों को वायरस से संक्रमित पाया जाता है तो तुरंत उनको यह सूचना देनी होगी कि किन-किन खिलाड़ियों की उन्होंने जांच की है।’ वाडा में यह भी कहा कि परीक्षण के समय मास्क जैसी सुरक्षात्मक चीजों का इस्तेमाल होना चाहिए। उन्होंने एंटी डोपिंग एजेंसियों को कहा कि आमतौर पर प्रतियोगिता के लिए एकत्रित किए जाने वाले एथलीटों के ठिकाने की जानकारी प्राप्त करते रहना चाहिए।
बता दें कि, कोरोना वायरस के चलते दुनिया में 8000 से ज्यादा लोगों ने अपनी जान गवा दी है और यह विश्व के 135 से ज्यादा देशों में फैल चुका है।