लखनऊ. आगामी 12 से 17 जून के बीच सीआरएस के अधिकारी मेट्रो रूट का निरीक्षण कर अपनी रिपोर्ट देंगे। रिपोर्ट के मिलते ही यह प्रस्ताव मुख्यमंत्री के पास जायेगा। इसके बाद वह कॉमर्शियल रन की तिथि की घोषणा करेंगे।
उल्लेखनीय है कि गुरुवार देर शाम रेल मंत्रालय से लखनऊ मेट्रो को तकनीकी क्लीयरेंस मिल गई थी। लखनऊ मेट्रो क्लीयरेंस लेने के लिए पिछले ढाई माह से प्रयास कर रहा है। इस संबंध में आरडीएसओ की रिपोर्ट पर सीआरएस द्वारा कुछ सवाल उठाए गए थे,जिन्हें मेट्रो अफसरों ने आरडीएसओ के अफसरों से संपर्क करके सीआरएस को अवगत भी करा दिया था। सिर्फ रिपोर्ट सबमिट होना बाकी था।
लखनऊ मेट्रो ने आरडीएसओ की मदद से मार्च के दूसरे सप्ताह में मेट्रो कार,ओवर हेड इलेक्ट्रिक वॉयर,सिगनल व ट्रैक से संबंधित जांच पूरी कर ली थी। स्पेशल स्पैन पर लोड टेस्टिंग का काम भी पूरा कर लिया गया है।
मेट्रो के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 12 से 17 जून के बीच सीआरएस के अधिकारी मेट्रो रूट का निरीक्षण करके रिपोर्ट देंगे। सीआरएस की रिपोर्ट मिलते ही यह प्रस्ताव मुख्यमंत्री के पास जायेगा। इसके बाद वह कॉमर्शियल रन की तिथि की घोषणा करेंगे।
उन्होंने बताया कि उनकी ओर से यात्रियों को उपलब्ध कराई जाने वाली सभी सुविधाएं पूरी हैं। अब सिर्फ सीआरएस से क्लीयरेंस मिलना बाकी है। उन्होंने बताया कि ट्रांसपोर्ट नगर से चारबाग मेट्रो स्टेशन के बीच मेट्रो का संचालन होगा। अप व डाउन पर मेट्रो चल सके इसके लिए लखनऊ मेट्रो की रोलिंग स्टाक टीम व कार्यदायी संस्था एलस्टाम ने चारों मेट्रो को संचालन के लिए तैयार कर लिया है। उद्घाटन वाले दिन इन चारों ट्रेनों को 80 किमी प्रति घंटे की अधिकतम रफ्तार से दौड़ाया जाएगा।
पूरी हैं। अब सिर्फ सीआरएस से क्लीयरेंस मिलना बाकी है। उन्होंने बताया कि ट्रांसपोर्ट नगर से चारबाग मेट्रो स्टेशन के बीच मेट्रो का संचालन होगा। अप व डाउन पर मेट्रो चल सके इसके लिए लखनऊ मेट्रो की रोलिंग स्टाक टीम व कार्यदायी संस्था एलस्टाम ने चारों मेट्रो को संचालन के लिए तैयार कर लिया है। उद्घाटन वाले दिन इन चारों ट्रेनों को 80 किमी प्रति घंटे की अधिकतम रफ्तार से दौड़ाया जाएगा।