बिधूना। सर्दियां शुरू हो चुकी हैं और कुछ समय बाद कोहरा पड़ना भी शुरू हो जाएगा। हादसों से बचाव को लेकर सड़क और पुलों को दुरुस्त रखने के तमाम दावे तो किए जाते हैं। लेकिन बिधूना क्षेत्र में बिधूना अछल्दा मार्ग पर पुरहा नदी का पुल पड़ता है, जिनकी रेलिंग काफी समय से टूटी हुई है। कोहरा घना होने पर यह टूटी रेलिंग हादसों का सबब बन सकती है। बावजूद इसके विभागीय अफसर मौन साधे हुए हैं। इस टूटी रेलिंग को ठीक कराने पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
बड़ी संख्या में वाहनों के साथ दर्जनों ग्रामीणों का होता है आवागमन
पिछले काफी समय से बिधूना अछल्दा मार्ग पर ग्राम पसुआ से कुछ ही दूरी पर स्थित पुरहा नदी के पुल की रेलिंग लगभग एक वर्ष से टूटी हुई है। जिसे ठीक करने के लिए कोई भी संबंधित विभागीय अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे है। इस मार्ग पर रोजाना बड़ी संख्या में भारी वाहनों का आवागमन होता है। इसके अलावा रोजाना रुरुगंज, रुरुखुर्द, बरुआ, बराहार, सोहनी, रुरुकलां, साहपुर, पसुआ, कुसमरा, ऐली, चंदैया, पूर्वा भारामल, बरके पूर्वा, पूर्वा पीताराम, गुरुखुंदा, मलिकपुर, मिश्रीपुर, उड़ेलापुर, पंडपुर व पूर्वा भदौरिया आदि दर्जनों गांवों के आने जाने वाले लोगों के साथ-साथ बिधूना और अछल्दा दोनों ब्लॉकों के लोग इसी मार्ग से होकर आते जाते हैं। ऐसे में इस अतिव्यस्त मार्ग पर यह एक बहुत बड़ी विभागीय लापरवाही देखने को मिल रही है।
जनप्रतिनिधि व अधिकारी भी यहां से निकलते
इसके अलावा अक्सर इस सड़क से आला अधिकारियों से लेकर सभी जनप्रतिनिधियों का गुजरना होता है। जो पुल की टूटी हुई रेलिंग को देखते हुए यहां से निकल जाते हैं, पर इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। लोगों का कहना है कि सभी किसी हादसे के इंतजार में हैं तभी इस समस्या को देख कर भी अनदेखा करते हुए निकल जाते हैं। वहीं टूटी हुई रेलिंग के पुल से जब दो वाहन एक साथ स्पीड में क्रॉसिंग करते हैं तो दुर्घटना होने का रिस्क और भी बढ़ जाता है।
ग्रामीणों ने की रेलिंग लगवाने की मांग
उक्त मार्ग से आवागमन करने वाले लोगों पंकज सेंगर प्रधान, सुनील गुप्ता प्रधान पति, डॉ. सुनील राजपूत, नीरज सेंगर प्रबंधक, पिंटू सेंगर, आशीष सेंगर, विजय सेंगर पूर्व प्रधान, आशाराम राजपूत पूर्व प्रधान, परशुराम पूर्व प्रधान, शाक्येन्द्र कुमार प्रधान पति, ब्रजेश चक्रवर्ती, अनुरुद्ध सिंह सेंगर, सुबेन्द्र सिंह यादव ठेकेदार, गौरव गुप्ता, सोनू राजपूत राजकीय ठेकेदार, रविन्द्र राजपूत, वीरू राजावत, अंकुश परमार ने बताया पुल की रेलिंग कई सालों से टूटी पड़ी हुई है। इसकी एक साइड से रेलिंग क्षतिग्रस्त हो चुकी है। रेलिंग के दोनों ओर गहरी नदी है। अगर जरा सा भी संतुलन बिगड़ा तो कोई भी वाहन सीधा नदी में गिर सकता है और बड़ा हादसा हो सकता है। रेलिंग सही कराने वाले संबंधित अधिकारियों ने इस पुल की टूटी हुई रेलिंग बनवाने की जहमत अभी तक नहीं उठाई एवं हम लोगों की मांग है कि इस पुल की रेलिंग संबंधित विभाग द्वारा जल्द से जल्द बनवायी जाए।
रिपोर्ट – संदीप राठौर चुनमुन