लखनऊ। ब्रह्माकुमारीज के संस्थापक प्रजापिता ब्रह्मा की पुण्यतिथि आज विश्व शांति दिवस के रूप में मनाई गई। इस क्रम में लखनऊ में खुर्शीद बाग फाटक स्थित, संस्था के स्थानीय सेवाकेंद्र, विश्व कल्याणी भवन में ब्रह्मा बाबा को श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया तथा विश्व मे शांति की स्थापना के लिए योगदान किया गया। इस अवसर पर विश्व शांति के कार्य में अहम भूमिका निभाने वाले संस्था के सेवाधारी भाई बहनों को सम्मानित भी किया गया।
कार्यक्रम में सेवा केंद्र की प्रबंधिका इंदिरा दीदी ने ब्रह्मा बाबा के अंग संग का अनुभव जिज्ञासु के साथ साझा करते हुए बताया कि ब्रह्मा बाबा का व्यक्तित्व बहुत ही प्रभावकारी था, वह दया और करुणा के प्रतिमूर्ति थे। उनका महिलाओं के लिए विशेष सम्मान और रिकॉर्ड था, जिसके कारण ही उन्होंने इस संस्था में महिलाओं को आगे रखा और आज विश्व भर में 8000 से अधिक सेवा केंद्रों का संचालन 25,000 से अधिक समर्पित ब्रह्माकुमारी बहने कर रही हैं।
संस्था के वरिष्ठ भ्राता बद्री विशाल तिवारी ने बताया कि किसी भी व्यक्ति को महान बनने के लिए त्याग तपस्या एवं सेवा के मार्ग को अपनाना पड़ता है। इस संस्था के संस्थापक को जैसे ही नई दुनिया की स्थापना और पुरानी दुनिया के विनाश का साक्षात्कार हुआ, उन्होंने अपना तन, मन, धन सब कुछ ईश्वरीय सेवा में समर्पित कर दिया। उन्होंने ऐसी तपस्या किया कि उन्हें हर समय परमात्मा के सानिध्य का अनुभव होता रहता था। ऐसा प्रतीत होता था कि परमात्मा उनसे कभी अलग होता ही नहीं। सेवा उन्होंने छोटी सी छोटी और बड़ी से बड़ी किया सफाई से लेकर और बड़े-बड़े महामंडलेश्वर शंकराचार्य तक को ईश्वरी संदेश पहुंचाने का कार्य उनके द्वारा किया गया।
संस्था के सभी भाई बहनों को आवाहन किया गया कि वे भी ब्रह्मा बाबा के पद चिन्हों पर चलकर, विश्व शांति की स्थापना में अपना अमूल्य योगदान दें, यही ब्रह्मा बाबा को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। कार्यक्रम के पश्चात सभी को प्रसाद तथा ईश्वरीय सौगात वितरित की गई।