रिपोर्ट-डॉ. दिलीप अग्निहोत्री
प्रधानमंत्री बनने के बाद ही नरेंद्र मोदी ने डिजिटल भारत अभियान शुरू किया था। कोरोना लॉक डाउन के दौरान इसका प्रत्यक्ष लाभ दिखाई दिया,जब करोड़ों गरीबों के खातों में एक क्लिक के द्वारा भरण पोषण भत्ता पहुंचने अनेक बार भेजा गया। कोरोना का प्रभाव शिक्षा पर भी पड़ा। इसमें भी डिजिटल प्रयोग बढा। इसी क्रम में उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने उच्च शिक्षा विभाग द्वारा विकसित डिजिटल लाइब्रेरी का लोकार्पण एवं ऑनलाइन एफिलियेशन पोर्टल का शुभारंभ किया। इससे शिक्षक विद्यार्थी सभी को लाभ होगा। इसके अलावा ऑनलाइन संबद्धता पोर्टल का भी शुभारंभ किया।
डॉ.दिनेश शर्मा ने कहा कि एक सौ चौतीस विषयों के हिंदी व अंग्रेजी में ई-कंटेंट तैयार कर अपलोड किए गए हैं। महंगी किताबें खरीदने में असमर्थ विद्यार्थियों को इस लाइब्रेरी की मदद से बेहतर ई कंटेंट उपलब्ध हो सकेगा। तेईस विश्वविद्यालयों की मदद से सत्रह सौ शिक्षाविद, शिक्षकों और विशेषज्ञों द्वारा तैयार किया गया है। विद्यार्थियों को ई-कंटेंट के साथ-साथ ई लेक्चर भी पढ़ने का मौका मिलेगा। विभिन्न विषयों के विशेषज्ञ शिक्षकों के ई लेक्चर तैयार कर अपलोड किए गए हैं।
विद्यार्थी डिजिटल लाइब्रेरी के पोर्टल heecontent.upsdc.gov.in पर क्लिक कर जरूरत के अनुसार अपना ई कंटेंट पढ़ सकेंगे। उन्होंने कहा कि तकनीकी के प्रयोग से पारदर्शी व्यवस्था बनाए जाने पर लगातार जोर दिया जा रहा है। अभी कॉलेजों को ऑनलाइन एनओसी देने की व्यवस्था की गई है। अब नए सत्र से ऑनलाइन संबद्धता पोर्टल की मदद से सभी विश्वविद्यालय कॉलेजों को नए कोर्स शुरू करने की संबद्धता ऑनलाइन देंगे।