दिल्ली के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में 106 वर्ष की महिला के कूल्हे की सफल सर्जरीको अंजाम दिया गया। धर्मशीला नारायण हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने कहा कि उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर की रहने वाली शांति देवी दुनिया की सबसे उम्रदराज महिला बताई जा रही है, जिन्होंने हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी करवाई है। शांति देवी को कूल्हे के जोड़ में क्रेक हुआ था और वह बिस्तर से उठ भी नहीं पाती थी, जिसकी वजह से उनकी यह सर्जरी जरूरी हो गई थी। महिला को 12 मार्च को हॉस्पिटल लाया गया था और 15 मार्च को उनकी ये सर्जरी की गई।
आर्थोपेडिक्स में वरिष्ठ सलाहकार डॉ। मोनू सिंह ने कहा कि ‘दर्द से जूझ रहीं शांति देवी की हिप बोन में फ्रैक्चर था। फ्रैक्चर के कारण से कई हड्डियां टूट चुकी थीं। अगर उनकी ये सर्जरी न की जाती तो वह हमेशा के लिए बिस्तर पर ही रेस्ट करती। वहीं, इस उम्र में शरीर से कोई एक्टिविटी न होने पर व्यक्ति अधिक वक़्त तक जिंदा नहीं रह सकता, इसलिए उनकी ये सर्जरी होना बहुत आवश्यक थी। हिप रिपलेसमेंट सर्जरी के उपरांत अब वह पूरी तरह ठीक हैं और चल भी पा रही हैं।’
क्यों होती है हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी की जरूरत: उन्होंने बोला कि लेकिन महिला की उम्र को देखते हुए ऐसी सर्जरी करना बहुत ही मुश्किल था। हमने इस काम को बड़ी तेजी से और बेहद सावधानी के साथ पूरा किया। उन्होंने समझाते हुए कहा कि उम्र बढ़ने के साथ लोगों की ऊर्जा (Energy) कम होने लगती है और चालीस की उम्र पार होते-होते परेशानियों का सिलसिला और भी गति पकड़ लेता है। बढ़ती उम्र के साथ हड्डियों के कमजोर होने के कारण थोड़ी सी भी चोट लगने या गिरने से कूल्हों पर काफी बुरा प्रभाव पड़ता है। वहीं, महिलाओं में स्थितियां थोड़ी अधिक कठिन होती हैं।