ये बात सब जानते हैं कि डॉक्टर मरीज की सर्जरी करने से पहले उसे बेहोश करते हैं, ताकि सर्जरी आराम से कर सकें और मरीज को भी दर्द का एहसास न हो. लेकिन इटली के एंकोना में जब डॉक्टर दिमागी बीमारी से पीडि़त एक महिला के ब्रेन की सर्जरी कर रहे थे, उस समय महिला एपरीटिफ्स (इटैलियन पकौड़े) बना रही थी.
इटली के एंकोना में 60 साल की महिला को दिमाग में बीमारी थी. डॉक्टरों ने कहा कि ऑपरेशन करना होगा. लेकिन शर्त ये थी कि मरीज को जागते रहना होगा.
अजींडा ओसपेडाली रियूनिटी हॉस्पिटल के न्यूरोसर्जरी डिपार्टमेंट के डॉ रॉबर्टो ट्रिगनानी ने ये ऑपरेशन किया. उन्होंने महिला से कहा कि जब तक हम ऑपरेशन करेंगे तब तक आपको जगना होगा. महिला ने कहा कि वो जग लेगी लेकिन अपने तरीके से.
महिला ने ढाई घंटे चले ऑपरेशन के दौरान 90 ऑलिव एपरीटिफ्स यानी पकौड़ें बना डाले. डॉक्टर ट्रिगनानी ने बताया कि हमारी टीम ये देखती रही कि पेशेंट पकौड़े बना रही हैं या नहीं.
डॉक्टरों ने सर्जरी के दौरान महिला को जगने के लिए इसलिए कहा था क्योंकि ऐसे ऑपरेशन में अक्सर मरीज को पैरालिसिस का अटैक आ जाता है. जगकर काम करते रहने से मरीज को पैरालिसिस का अटैक आने की आशंका बेहद कम हो जाती है.
ऑपरेशन थियेटर में मरीज के बेड पर एक बड़ी सी टेबल रखी गई. पकौड़े बनाने की सारी सामग्री रख दी गई थी. उधर सर्जरी चलती रही और इधर महिला ने ढाई घंटे में 90 पकौड़े बना डाले. इटली की मीडिया ने इस पूरे ऑपरेशन की खबर प्रकाशित की, जिसके बाद लोगों में काफी ज्यादा हैरत में थे और उन्हें बहुत खुशी भी हुई.