लखनऊ। लखनऊ पुलिस Police ने टप्पेबाजों के एक ऐसे गिरोह का आज दबोचा है जो पुलिस की वर्दी पहन कर वारदातों को अंजाम देते थे। एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि पिछले काफी दिनों से ट्रान्स गोमती क्षेत्र से इस मामले में शिकायतें आ रही थी कि पुलिस वाले ही लूट कर रहे है। ऐसे गम्भीर मामलों को देखते हुए एसपी ट्रान्स गोमती ने मुखबिरों का जाल फैलाया।
बदमाशों के आने की खबर मिलते ही Police ने
बुधवार रात पुलिस को सूचना मिलने पर जानकीपुरम, नहर रोड पर बदमाशों के आने की खबर मिलते ही प्रभारी निरीक्षक गाजीपुर और क्राइम ब्रांच ने गहन चैकिंग करनी शुरू की। रात को दो मोटरसाइकिलों पर चार संदिग्ध लोगों को रोकने की कोशिश की गई जिसमे वसीम अली और इमरान अली धरे गए जबकि दो आरोपी भागने में कामयाब हो गए। पकड़े गए अभियुक्तों के पास से यूपी पुलिस की वर्दी, 12 बोर का तमंचा, 2. 86 लाख रुपए नकद, कीमती नगीने, आभूषण आदि बरामद किए गए है।
वर्दी में रोड पर खड़े हो जाते
ये लोग लखनऊ व आस-पास के जिलों के साथ-साथ अन्य राज्यों में सक्रिय थे। उन्होंने बताया कि ये लोग किसी बड़ी घटना के घट जाने का इंतजार करते थे और फिर पुलिस की वर्दी में रोड पर खड़े हो जाते थे। साथ ही वहां से गुजरने वाले लोगो को खुद का क्राइम ब्रान्च में होना बता कर उनके पैसे तथा आभूषण अपने पास रख लेते थे और बाद में नकली सामान पकड़ा देते थे। खुद को ईरानी गैंग कहने वाले ये अपराधी कई बार अकेली महिलाओं को देख कर चैन छीनना भी इनका पेशा था और ये लोग पहले भी जेन की हवा खा चुके है। एसएसपी ने गाजीपुर व गुडम्बा थाना तथा क्राइम ब्रांच को नकद 15 हजार रुपए का ईनाम देने की घोषणा की है।