योगी सरकार के पहले कार्यकाल में डॉ दिनेश शर्मा उप मुख्यमंत्री थे। माध्यमिक और उच्च शिक्षा विभाग उनके पास था।दोनों में उन्होंने उल्लेखनीय कार्य किए। खासतौर पर यूपी की बदहाल माध्यमिक शिक्षा की तस्वीर बदल गई। व्यापक सुधार हुए।
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नकल विहीन परीक्षा सुनिश्चित हुई। गुणवत्ता में सुधार हुआ। फर्जीवाड़े को समाप्त किया गया। इस बार योगी मंत्रिमण्डल में उनका नाम ना होना अप्रत्याशित था। शायद पार्टी हाईकमान की योजना के अनुरूप था। डॉ दिनेश शर्मा को राष्ट्रीय राजनीति में लाया गया। वैसे अमित शाह उनको गुजरात का प्रभारी बना चुके थे।
डॉ दिनेश शर्मा भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी रहे हैं। भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी का भी उन्हें स्नेह मिलता रहा। वह दस वर्ष तक लखनऊ के मेयर रहे। सहज व्यक्तित्व के धनी है। वह सदैव जमीन से जुड़े रहते हैं।
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दिनेश शर्मा का जन्म 12 जनवरी 1964 को लखनऊ उत्तर प्रदेश में हुआ। इससे पहले दिनेश शर्मा लखनऊ से दो बार मेयर भी रह चुके है। राजनीति में शुरुआत से पहले वो लखनऊ विश्वविद्यालय में प्रोफेसर के तौर पर भी काम करते थे।
रिपोर्ट-डॉ दिलीप अग्निहोत्री