ट्विटर के सीईओ इलॉन मस्क (Elon Musk) ने एक इंटरव्यू के दौरान बीबीसी रिपोर्टर को लताड़ लगाई है और ब्रिटिश मीडिया संगठन पर झूठ बोलने समेत दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाया है। ट्विटर के सैन फ्रांसिस्को दफ्तर में आयोजित एक सरप्राइज इंटरव्यू के दौरान, मस्क ने बीबीसी रिपोर्टर पर झूठ बोलने का आरोप लगाया, जब बीबीसी संवाददाता ने दावा किया कि ट्विटर पर हेट स्पीच में वृद्धि हुई है।
इसके जवाब में मस्क ने बीबीसी पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीबीसी ने कोविड टीकों के दुष्प्रभावों को कवर किया था, जो ब्रिटिश मीडिया संगठन के दोहरे मापदंड को दर्शाता है। मस्क ने बीबीसी संवाददाता से पूछा, “क्या बीबीसी मास्किंग और टीकाकरण के दुष्प्रभावों के बारे में गलत सूचना के लिए खुद को जिम्मेदार ठहराता है।”
मस्क ने हड़काने के अंदाज में कहा कि बीबीसी उस पर तो बिल्कुल भी रिपोर्ट नहीं कर रहा है। उन्होंने पूछा कि क्या इस तथ्य के बारे में संपादकीय नीति को बदलने के लिए बीबीसी पर ब्रिटिश सरकार द्वारा दबाव डाला गया था?”
इस पर बीबीसी रिपोर्टर जेम्स क्लेटन ने एक संगठन का हवाला देते हुए अपने दावे का बचाव किया, जिसने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर घृणित पोस्टों में वृद्धि के बारे में चेतावनी दी थी। बता दें कि कुछ दिनों पहले मस्क के मालिकाना हक वाली कंपनी ट्विटर ने बीबीसी के हैंडल पर सरकारी पैसे से चल रहा मीडिया का लेबल लगा दिया था। इस पर बीबीसी ने कड़ी नाराजगी जताई थी। एक बयान जारी कर बीबीसी ने कहा था कि हम हमेशा से स्वतंत्र रहे हैं और आगे भी इसी तरीके से काम करना जारी रखेंगे।
ट्विटर पर हेट स्पीच के बढ़ते मामलों के आरोपों पर इलॉन मस्क ने कहा, “मैं कहता हूं सर कि आपको ये भी नहीं पता कि आप किस बारे में बात कर रहे हैं … क्योंकि आप मुझे घृणित सामग्री का एक भी उदाहरण नहीं दे सकते, एक ट्वीट भी नहीं दिखा सकते। आपने जो दावा किया कि ट्विटर पर हेट स्पीच की सामग्री अधिक है। यह झूठ है,आपने बिल्कुल झूठ बोला है।”