राज्यपाल आनंदीबेन पटेल अनेक अवसरों पर किसानों की आय बढ़ाने के सुझाव देती रही है। कुछ समय पहले उन्होंने कहा था कि वह किसान की बेटी है,किसानों की समस्याओं को समझती है। गुजरात में मंत्री व मुख्यमंत्री रहते हुए भी उन्होंने किसानों के हित में अनेक महत्वपूर्ण कदम उठाए थे।
प्रधानमंत्री की मंशा
राज्यपाल ने कहा कि किसान अन्नदाता है। प्रधानमंत्री का कहना है कि वे अपनी फसल की कीमत किसान स्वयं तय करें ताकि उनकी उपज का वास्तविक मूल्य मिले। भारत सरकार की मंशा है कि हमारे देश के किसान सशक्त एवं समृद्ध हो। एफपीओ का गठन इसी दृष्टि को लेकर ही किया जाता है।उन्होंने निर्देश दिया कि सरकार द्वारा चलाई जा रही हितकारी योजनाओं का लाभ किसानों की शत प्रतिशत मिले।
जैविक कृषि
राज्यपाल ने कृषि को लाभप्रद बनाने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि किसानों को जैविक खेती करनी चाहिए। इससे लागत में कमी होगी,और कृषि लाभप्रद बनेगी। रासायनिक उर्वरकों का अत्यधिक उपयोग हानिकारक सिद्ध हो रहा है।
स्वयं सहायता समूह से संवाद
मथुरा में राज्यपाल ने स्वयं सहायता समूह, किसान उत्पादक संगठन,राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन तथा रेडक्रास सोसायटी के साथ बैठक की। इसके अलावा आनंदीबेन पटेल द्वारा स्वयं सहायता समूह की महिलाओं तथा किसान उत्पादक संगठन एफपीओ के साथ बैठक की गई।
बैठक में राज्यपाल द्वारा समूह की महिलाओं से उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी प्राप्त की। स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने राज्यपाल को बताया कि समूह की महिलाओं द्वारा आचार, अगरबत्ती, मोमबत्ती, सिलाई-कढ़ाई तथा अन्य उत्पाद बनाने का कार्य किया जा रहा है।